16 फरवरी की रात 2 बजे ही दंगे और हत्याएं करने का फैसला हो चुका था
कुछ स्थानीय मुसलमानों ने विरोध किया तो जहांगीरपुरी से महिलाओं को लेकर आई सफूरा जरगर
इस साल फरवरी में हुए पूर्वी दिल्ली दंगों के मामले में पुलिस ने सफूरा जरगर, नताशा नरवाल, देवांगना कलीता और ताहिर हुसैन समेत 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की हुई है। चार्जशीट में सबूत के तौर पर व्हाट्सएप ग्रुप चैट और कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड को भी शामिल किया गया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए दिल्ली को जलाने की साजिश रची गई थी।
तकरीबन 4 दर्जन से ज़्यादा लोगों के व्हाट्सएप्प चैट्स को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खंगाला है. इन चैट्स में कई आश्चर्यजनक जानकारी स्पेशल सेल को मिली, जिसके आधार पर कई आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इन चैट्स के आधार पर जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी संभव हैं. दिल्ली दंगों के दौरान बनाये गए महत्वपूर्ण व्हाट्सएप्प ग्रुप DPSG यानी दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप की चैट्स की डिटेल्स चार्जशीट का हिस्सा हैं.
ग्रुप में एक सदस्य दूसरे सदस्य को कह रहा है कि ”मैं शिक्षित नहीं हूँ लेकिन मैं इतना बता सकता हूं कि पिछली रात में रोड ब्लॉक करने का जो तुम्हारा प्लान था उसके बारे में स्थानीय लोग सब जानते हैं. तुम्हारा जो प्लान है उससे हिंसा भड़क सकती है. इसलिए आग से मत खेलो, ये केवल तुम्हें ही नहीं बल्कि हम सबको नुकसान पहुंचाएगा. हमारा प्रदर्शन अहिंसात्मक होगा. हम विचारों के जरिये लोगों को प्रभावित करेंगे.”
मगर सुल्तान खान की इस माकूल आवाज को कट्टर दंगे मानसिकता ने दबा दिया। सफूरा ज़रगर और दूसरे अन्य लोगों ने प्लान किया कि ट्रम्प के आने के बाद दिल्ली शहर में जगह जगह चक्का जाम कराया जाएगा और उसके ज़रिए हिंसा को उकसाया जाएगा। सफूरा चैट में अपने साथी को कहती भी नजर आ रही हैं कि सारी प्लानिंग यहीं चैट में लिख दोगे तो कार्यान्वन कैसे करोगे? जाहिर है सफूरा अपने साथी को खामोश होने के लिए कह रही थीं क्योंकि उसके दिमाग में दिल्ली दंगों की खतरनाक साज़िश चल रही थी।
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