आज सोशल मीडिया , ताकत और प्रसार /प्रभाव में किसी भी ने साधन , माध्यम से कहीं आगे हैं | शायद ही जीवन का कोई क्षण और कोई क्षेत्र हो जहां सोशल मीडिया की पहुँच और धमक न पहुँचती हो | फिर जब बात चुनावों की हो तो पूरे देश के लोगों तक पहुँचने और अपने बात उन तक सीधे सीधे पहुँचाने की हो , ऊपर से कोरोना महामारीकाल के असाधारण समय में तो ये सोने पर सुहागा जैसा है |

भारत से लेकर अमेरिका तक के चुनाव में सोशल नेटवर्किंग पर उपस्थिति , उसका भरपूर उपयोग , विपक्ष के सारे झूठे दावों की पोल खोल और तमाम तरह के चुनावी हथकंडे के लिए भी फेसबुक ,ट्विट्टर आदि सभी सोशल नेट्वर्किंग प्लेटफॉर्म्स की शरण में पहुंचे होते हैं |

अमेरिका को ये अच्छी तरह पता है की अधिक जनसंख्या होने के कारण यहां भारत में आसानी से प्रशिक्षित कर्मी मिल जाएंगे जिन्हें भुगतान करके अनेक काम करवाए जाते हैं | लेकिन क्या कोई सोच सकता है कि सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बिडेन , भारी भरकम पैसे खर्च अपने हक़ में छवि बनाने के लिए , भारतीय ट्रोल कंपनी की सहायता ले सकता है |

ख़बरों की मानें तो , नए दिल्ली और मुम्बई में ऐसे ही कामों को करने वाले नवयुवकों को पैसे देकर अमेरिकी उम्मीदवार बिडेन और कमला हैरिस की छवि अच्छी बनाने के लिए पिछले पांच महीनों में ट्विट्टर ,फेसबुक ,इंस्टा आदि सभी साइट्स पर समूह बना कर इस काम को अंजाम दिया गया |

ट्रोलर्स की माने तो एक तो कमला हैरिस को लोग भारत से जोड़ के देख रहे हैं दूसरा ये कि वो भारतीय ही हैं दुनिया में जिन्हें अमेरिका के बाद सबसे अधिक रूचि है अमेरिकी चुनाव और उसके परिणाम में | इसके अलावा बहुत बड़ी संख्या में रहे रहे भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों में अपनी पैठ बनाने के उद्देश्य से भी ये किया गया था | ज्ञात हो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री मोदी जी के बीच बहुत अच्छे मित्रता है |

बिडेन के चुनाव प्रचार को संभाल रही टीम ने , ट्रोलर्स की मदद से पिछले कुछ महीनों में हज़ारों फेक अकाउंट बना कर /बनवा कर लगातार बिडेन के हक़ में सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर न सिर्फ अपने लिए प्रचार करवाया बल्कि अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति , उनकी नीति आदि की आलोचना करने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया |

भारतीय ट्रोलर्स युवकों का कहना है कि , बिडेन से किसी को भी कोई लेना देना नहीं था /है | लेकिन जैसे दुसरे व्यवसाय होते हैं वे भी पैसे लेकर , फोटोशॉप , नकली अकाउंट आदि तमाम तरह के हथकंडे अपने ग्राहकों के लिए अपनाते हैं , जब तक कि हमारा काम ख़त्म न हो जाए | तकनीक की पकड़ से बचने के लिए भी हर तरह के उन्नत , आधुनिक साधनों का सहारा लिया जाता है |

यानि भारत से लेकर अमेरिका तक भारतीय ट्रोल कंपनी का जलवा और प्रभाव है ,गजबे है जी |

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