कहते हैं कि आम लोग अगर अपनी पर आ जाएं तो फिर उन्हें किसी को भी आकाश से पाताल तक ले जाने में समय नहीं लगता | संचार और सम्प्रेषण के इस तीव्र माध्यमों से लैस आज का युग ऐसा है कि कोई भी झूठ ज्यादा समय तक टिका नहीं रह सकता और कोई भी सच बहुत ज्यादा देर तक छुपा नहीं रख सकता | सड़क टू , केबीसी , बिग बॉस के बाद अब लोगों का गुस्सा , फरहान अख्तर द्वारा निर्दे-shit और गाली गलौज ,हिंसा , यौन उद्दंडता से लबरेज़ मिर्ज़ापुर को जहन्नुम में पहुंचाने की तैयारी कर ली है |

दिल्ली के दंगों के षड्यंत्र का खुलासा हो या अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत का या फिर अब हाथरस में की जा रही साजिश , इन सबको करने वाले बार बार ये भूल जाते हैं की हर झूठ , साजिश , को तार तार कर सच को पर्दों से बाहर खींच लाने में मीडिया , पुलिस के साथ अब आम भारतीय भी साथ खड़ा है |

इधर से होशियारी (आलू) दिखाई उधर से सारी चतुराई (चिप्स) जनता हलक में हाथ डाल कर बाहर निकलवा देती है | और जब मुट्ठी भर हताश निराश लोग अराजक होकर अफवाहों ,झूठ के सहारे पूरे देश , जनता ,सरकार सब पर आरोप लगाने लगते हैं ,बदनाम करने का प्रयास करते हैं तो देश और सरकार के साथ खड़ी करोड़ों लोगों फ़ौज चुप रहती है | एक एक सच झूठ को कान पकड़ कर निकाल लाती है बाहर |

अब चूँकि समय के साथ साथ लोगों का नज़रिया और तेवर भी बदल रहे हैं इसलिए अब वे किसी को भी “छोडो जानते देते हैं ” वाले डायलॉग बोल कर आगे बढ़ जाने को कतई तैयार नहीं हैं | विमर्श के बाद फैसला और उसके बाद उस निर्णय का प्रयोग |

देश ,सरकार , फ़ौज और सबसे ज्यादा जनभावना का अपमान करने उनके विरूद्ध जाकर ऊल जलूल कथन और व्यवहार करने वालों को अब यही आम लोग अपना फैसला ,अपना गुस्सा दिखा रहे हैं और क्या खूब समझा रहे हैं |

इस कड़ी में , नया नाम जो निशाने पर है वो है अली फजल , हिंदी सिनेमा के एक अभिनेता जिसने , सार्जवजनिक रूप से आकर CAA विरोध में जुटे उपद्रवियों का साथ दिया था बल्कि अपनी तकरीरों और सामाजिक कथनों में CAA विरोध के उपद्रव में मजा आने की बात कही थी |

अब वेब सीरीज़ , मिर्ज़ापुर -2 ,जिसका निर्देशन फरहान अख्तर (जो खुद भी CAA विरोधियों के साथ खड़े नज़र आते हैं ) ने किया है , गाली गलौज , हिंसा , यौन अपराध से चिपकी एक लिजलिजी सी सीरीज़ है जिसमें अबुल फज़ल की भी भूमिका है | लोगों ने इस सीरीज़ के प्रति अपना गुस्सा ज़ाहिर किया और इसे माइनस में रेटिंग देते हुए , बॉयकॉट मिर्ज़ापुर -2 नाम से मुहिम भी चला दी |

खाएंगे हिन्दुस्तान में ,गाएँगे पाकिस्तान की | सब्सिडी , आरक्षण , रोजगार , संरक्षण सब चाहिए सरकार से लेकिन विरोध करेंगे , आरोप लगाएंगे और सरकार के बारे में , नीतियों , कानून के बारे में झूठ बोल कर भ्रम भी फैलाएंगे| यही मानसिकता तो असलियत और धूर्तत्ता है तुम्हारी

अब ये जनता को तय करना है कि , जो लोग CAA के नाम पर किये जा रहे उपद्रव , हिंसा , दंगों में अपने लिए मज़ा ढूँढ लेते हैं उनकी बनाई सीरीज़ क्या वाकई आपको हमें कैसा भी आनंद दे सकेगी ??

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