आ गई , आ गई , आ गई , दिल्ली सरकार एक और हाहाकारी चमत्कारी योजना। सड़ जी ने अपनी ही तरह के सड़े हुए चैनल पर अभी अभी अपनी प्रचार गाड़ी का ठेला लगा कर घनघोर क्रांतिकारी घोषणा करते हुए बताया कि सरकार एक बैंक बनाने जा रही है ऑक्सीजन बैंक। बल्ले बल्ले जिस ऑक्सीजन के लिए अभी तक सरकार को कोसा जा रहा था उसके लिए अब बैंक बन रहा है।
सरकार के इस कदम की घनघोर सरहाना करते हुए जनता ने माँग रखी है कि अभी हाल ही में दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर और कन्संट्रेटर आदि की स्टॉकिंग और कालाबाजारी में बहुत नामचीन हुए आम आदमी पार्टी से जुड़े इमरान हुसैन और व्यापारी नवनीत कालरा के अनुभव और जानकारी को देखते हुए इस बैंक का मैनेजर इन्हीं दोनों को बना दिया जाए।
जैसा कि सबको पता ही है कि नवनीत कालरा के रेस्टोरेंट से दिल्ली पुलिस द्वारा छापा मार कर बहुत बड़ी मात्रा में कन्सट्रेटर बरामद किए गए थे और अब उन पर मुकदमा दर्ज़ होने के बाद से वे फरार चल रहे हैं। इसलिए बैंक मैनेजर की इस महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरे काम को वे “वर्क फ्रॉम छुपे स्थान या पकडे जाने पर वर्क फ्रॉम जेल ” से ही पूरा कर सकेंगे।
ध्यान दें :- ये व्यंग्य (कतई नहीं ) है और जिससे आप समझ रहे हैं इसका लेना देना उन्हीं से है।
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