देश की राजधानी दिल्ली इस समय पानी-पानी हो गयी है. यमुना में बाढ़ आने के बाद राजधानी के कई इलाके पानी में डूब गए हैं. वहीं दूसरी तरफ पानी में तैरती दिल्ली केजरीवाल सरकार की तैयारियों के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। हालात ये हैं कि मकान-दुकान से लेकर स्कूल, अस्पताल तक में पानी भरने से लोग परेशान हैं। निगमबोध घाट पर पानी भर जाने के कारण शवों का दाह-संस्कार तक नहीं हो पा रहे हैं. वहीं पीने के पानी को लेकर भी मुश्किलें आ सकती है. इस बीच सोशल मीडिया पर लोग सीएम अरविंद केजरीवाल की आलोचना कर रहे हैं और कुछ उनके मजे भी ले रहे हैं। आज दिल्ली की जो तस्वीर सामने आ रही है ये कहना गलत नहीं होगा दिल्ली केजरीवाल के निकम्मेपन और भ्रष्टाचार में डूब गई है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने देश की राजनीति बदलते-बदलते दिल्ली को ही बदल डाला. आज दुनिया के सामने देश की राजधानी दिल्ली मजाक बन कर रह गई है!

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को दरिया में बहा दिया, मुफ्त-मुफ्त का लॉलीपॉप दे कर दिल्ली की जनता को बेफकूफ बना दिया. फ्री बिजली, फ्री पानी, फ्री शिक्षा, फ्री स्वास्थ्य सुविधाओं की जनता को मुहैया करवाना एक अच्छी नीति है, सभी सरकारों की ये जिम्मेदारी होनी चाहिए कि गरीब से गरीब व्यक्ति को ये बेसिक सुविधाएं मिले, लेकिन इन सभी को पूरा करने के लिए जनता के भविष्य को दांव पर नहीं लगाया जा सकता। ऐसे फ्री योजनाओं का क्या लाभ, जो शहर को रहने लायक न छोड़ें, जिसके कारण हर साल बारिश और बाढ़ की वजह से लोगों का जीना दूभर हो जाए, आम जिंदगी पूरी तरह से चरमरा जाए? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है अगर दिल्लीवासियों का मुफ्त सुविधाओं के प्रति लगाव ऐसे ही बना रहा तो कुछ वर्षों में यह दिल्ली को रहने लायक नहीं छोड़ेगा।

सौैजन्य-सोशल मीडिया

देखा जाए तो आज दिल्ली की जो हालत है उसके लिए दिल्ली वाले ही जिम्मेवार हैं. हर चीज फ्री की चाहने वाले दिल्ली के लोग जिन्होंने विकास के बजाय मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी के लिए मतदान किया और अब उन्हें फ्री में पानी ही पानी मिल रहा है. सीएम केजरीवाल ने दिल्ली को झीलों का शहर बनाने का वादा किया था जो पूरा होता दिख रहा है. जिसके लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल बधाई के पात्र हैं!

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.