देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है। वो पार्टी जिसने सात दशकों तक देश पर राज किया, उसके लिए आज अपना अस्तित्व बचाना भी मुश्किल है. लेकिन कांग्रेस के बुझे हुए चश्मोचिराग राहुल गांधी हार कहां मानने वाले सो चल पड़े अपनी थकी-हारी सेना के साथ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर.

एक तो पहले से ही कांग्रेस पार्टी की नैया डूब रही है उस बीच कांग्रेस की ये भारत जोड़ो यात्रा कम और हिंदु धर्म की अपमान यात्रा ज्यादा दिख रही है. दरअसल राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान शुक्रवार को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की। इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी तमिलनाडु के कन्याकुमारी में पादरी जॉर्ज से मिले थे। यहां उन्होंने पादरी से पूछा कि जीजस क्राइस्ट ईश्वर का एक रूप हैं न? इस पर पोन्नैया ने कहा- ‘ईसा मसीह ही असली भगवान हैं।’ उन्होंने ईसा मसीह को असली भगवान बताते हुए हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को ईश्वर मानने से इनकार किया है। पोन्नैया ने कहा कि भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं…शक्ति के रूप में नहीं…इसलिए हम व्यक्ति के तौर पर भगवान को देख पाते हैं।

हैरान करने वाली बात ये है कि खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गांधी हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे देखे जा सकते हैं. आखिर राहुल बोलते भी कैसे पीएम मोदी और बीजेपी के प्रति उनके मन में इतना जहर भरा है कि उन्हें नीचा दिखाने की आड़ में वो हिन्दू धर्म का अपमान करने से भी पीछे नहीं हटते। राहुल गांधी तो हमेशा से ही एक धर्म विशेष के पक्ष में काम करते हैं और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहे हैं .

अब तक राहुल गांधी ने अपने सियासी फायदे के लिए मंदिर-मंदिर जाकर दर्शन किये. कभी हिन्दू बनते हैं, कभी ललाट पर तिलक लगा के पूजा-पाठ करते हैं, कभी जनेऊधारी ब्राह्मण बनने का ढोंग करते हैं, कभी कश्मीरी पंडित बन जाते हैं तो कभी टोपी पहनकर दुआ करते हैं। यानी राहुल गांधी की इस तरह की नौटंकी समय-समय पर सामने आते ही रहती है.

वैसे गांधी परिवार का इतिहास ही है चुनाव के समय हिन्दू धर्म को याद करने का. इसके अलावा सनातन धर्म का अपमान तो कांग्रेस के DNA में है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के विरोध में बावले हो चुके कांग्रेसी अब हिन्दू धर्म को ही नीचा दिखाने की कोशिश में लग गए हैं, जो निश्चित तौर से कांग्रेस के चुनावी ताबूत में अंतिम कील साबित होने वाली है!

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