देश को तोड़ने ,कमज़ोर करने के लिए मुग़ल कैसे कैसे षड्यंत्र रच रहे हैं , ढके छिपे तरीके से ,कितनी खतरनाक साजिशों को अंजाम देने में लगे और एक दो दिन नहीं बल्कि पिछले एक दो दशक से इसे और गहरा करने में जुटे हुए हैं इसका अंदाज़ा कुछ इन बातों से लग सकता है।

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार देश भर में अवैध रुप से रह रहे बांगलादेशी और रोहिंग्याओं की संख्या 2 करोड़ से अधिक है ,जिनकी पहचान करके उन्हें देश से बाहर किया जाना जरूरी है (यही कारण है कि सरकार NRC को लाने के लिए और मुगलिये इसका विरोध करने के लिए तैयार हैं )

इनमें से अकेले असम में 40 लाख से अधिक रोहिंग्या और बांग्लादेशी अवैध रूप से घुसपैठ किए बैठे हैं। इनके अलावा पश्चिम बंगाल ,केरल और आंध्रप्रदेश के हैदराबाद में न सिर्फ ये अवैध मुगलिये घुसे बैठे हुए हैं बल्कि स्थानीय राजनीतिक दलों और इनके सगे मुगलों ने इनके आधारकार्ड ,राशनकार्ड और पासपोर्ट तक बनवा दिए हैं बल्कि सैकड़ों को तो मतदाता सूची में भी शामिल करवा दिया गया है।

वर्ष 2014 के बाद से इस मामले पर सख्त हुआ ,गृह मंत्रालय न सिर्फ इनकी पहचान कर रहा है बल्कि अब इनकी धरपकड़ भी शुरू कर दी है। जैसे जैसे जांच बढ़ रही और ये पकडे जा रहे हैं वैसे वैसे टीएमसी और एम आई एम जैसे राष्ट्रविरोधी राजनीतिक दलों द्वारा किये जा रहे खतरनाक षड्यंत्र का काला हरा सच सामने निकल कर आ रहा है जो भविष्य के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है।

आंध्र प्रदेश के गृह सचिव कृष्णा रेड्डी ने हाल ही में की कई एक प्रेस वार्ता में बताया कि , पिछले 15 वर्षों से हैदरबाद में एक बहुत बड़े षड्यंत्र के तहत मुग़ल अपने रोहिंग्याओं के लिए पूरी बस्ती और शहर बसा कर दे रहे हैं।

ओवैसी की मजलिस -ए -मुताहिद-मुसलमीन MIM ने हैदराबाद में शहर की सीमा के पास बालापुर दरगाह के पास बर्मा कालोनी नामक एक पूरी बस्ती खडी कर दी है। पहाड़ शरीफ ,हफ़ीज़ बाबा नगर और किशन बाग़ जैसे मुग़ल बाहुल्य इलाके में सैकड़ों को बसा कर इनके स्थाई पते , राशन कार्ड , आधार कार्ड और यहां तक की मतदाता सूची में इनका नाम डलवा दिया गया है। इन सबमें इनकी मदद के लिए एक छद्म NGO ,कोवा COVA ने पहचान पत्र जारी कर रहा है जिसकी मदद से ये आगे सारे नकली कागज़ तैयार कर रहे हैं।

सरकार द्वारा अब इनके विरूद्ध शुरू की गई सख्ती से रोज़ सैकड़ों मुग़ल बांग्लादेशी रोहिंग्या वहां पकडे जा रहे हैं। अभी दो दिन पहले ही प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधकारी रजत कुमार ने बताया कि सिर्फ एक स्थान की मतदाता सूची को बारीकी से जांचने के बाद 190 बांग्लादेशियों को पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पिछले कुछ दिनों में ये ऐसे पाँचवी कार्रवाई है।

हाल ही में बिहार में 5 सीटें सिर्फ मुगलबन्दी में जीतने वाला MIM के नेता ओवैसी को भारत माता ,वन्दे मातरम् ,तिरंगे से आपत्ति है तो उनके विधायक को हिन्दुस्तान से दिक्कत है ,छोटे ओवैसी को 15 मिनट के लिए पुलिस और फ़ौज नहीं चाहिए ताकि वो हिन्दुओं को देश से मिटा सकें। ऐसे फोड़े को दशकों से केंद्र की कांग्रेस सरकार और उनके पिछलग्गू इन राजनीतिक दलों ने अब एक नासूर बना कर , जहर की तरह भारत की धरती में बोने का काम किया था।

ऐसे में ये समझना बहुत जरूरी हो जाता है कि , आखिर क्यों सरकार बार बार कह रही है कि इस देश को बचाने के लिए राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर NRC को लाया जाना न सिर्फ बहुत जरूरी है बल्कि तुरंत अमल में लाना भी उतना आवश्यक है , अगले संसद सत्रों में ये निश्चित रूप से पारित होकर लागू भी किया जाएगा ये भी तय है। तो बेचारे मुगलों अब तुम्हें कागज़ तो दिखाना पडेगा ही।

जय हिन्द। जय भारत।

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