दिल्ली के चावड़ी बाजार के दुर्गा मंदिर में मुगलों द्वारा मूर्तियों के खंडन के मालने ने अभी कुछ दिनों पूर्व ही पूरे सनातन समाज को आंदोलित और क्रोधित करने का काम किया था।
उस समय सरकार ने कहा था कि दिल्ली में अब ऐसी घटना दोबारा नहीं होने देंगे। लेकिन लगता है कि ममता दीदी के भैया केजरीवाल जो दिल्ली दंगों के अपराधियों के साथ खड़े होने वाले अमानतुल्ला खान को बराबर , लाभ के पद रूतबा दिए जा रहे हैं उन्हें हिन्दुओं , मंदिरों और मूर्तियों से कोई लेना देना नहीं रहा है।
हाल ही में एक दूसरी घटना में ,दिल्ली के बेगमपुर के कैलाश बिहार पंसाली के शिव शक्ति मंदिर में स्थापित शंकर भगवान और अन्य देवी देवताओं की मूर्तियों को धड़ से अलग कर उन्हें तोड़ फोड़ करके फेंक दिया गया। अभी तक इस घटना पर किसी ने न तो संज्ञान लिया है और न ही कोई कार्रवाई हुई है। प्रत्यक्षदर्शी ने खुद वहां जाकर देखिये क्या देखा ?
विश्व हिन्दू परिषद् के विनोद बंसल जी ने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर इस दुःखद घटना को साझा किया है।
*** पोस्ट में प्रदर्शन हेतु उपयोग किया गया चित्र प्रतीकात्मक है और गूगल खोज से साभार लिया गया है।
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