आपको याद होगा दिल्ली के मंगोलपुरी में रिंकू शर्मा नामक युवक की हत्या कुछ कट्टरपंथी muzlim लोगों ने कर दी थी। अब ऐसा ही एक हत्याकांड दिल्ली के बाबरपुर में दोहराया गया है जहां बल्लू उर्फ अनिमेष नामक युवक की महबूब नामक शख्स ने चाकू घोंप कर हत्या कर दी है। दरअसल बल्लू और महबूब बिहार के रहने वाले हैं और दोनों एक ही फैक्ट्री में काम करते थे दोनों दोस्त भी थे। बल्लू उर्फ अनिमेष ने कुछ समय पहले महबूब को उसकी बहन के निकाह के लिए ₹5000 उधार दिए थे। लॉकडाउन लगने के बाद फैक्ट्री बंद हो गई और तब अनिमेष कई दिन से महबूब से अपने पैसे मांग रहा था। 


5 मई की शाम महबूब ने कहा कि वह कल अनिमेष को पैसे देगा और 6 मई के दिन उसने उसको उसके घर से बाहर बुलाया और कुछ युवकों के साथ मिलकर चाकू घोंप कर उसकी हत्या कर दी। आनन-फानन में पुलिस ने कई टीम गठित की और बाबरपुर की मस्जिद वाली गली से महबूब को गिरफ्तार कर लिया है। बल्लू उर्फ अनिमेष अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था और उसकी उम्र महज 17 वर्ष थी।


अब सोचने वाली बात है कि आखिर महबूब जैसे युवक चाकू छोरा चलाने की तालीम कहां से पाते हैं जो इनके हाथ इतनी जल्दी दूसरों के सीने में खंजर उतारने के लिए बेकाबू हो जाते हैं कुछ ऐसा ही वाकया दिल्ली के मंगोलपुरी में रिंकू शर्मा नामक के साथ किया गया था जब महज जरा सी बातचीत के ऊपर दूसरे मजहब के युवकों ने चाकू घोंप कर रिंकू शर्मा की हत्या कर दी थी।

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