इजरायल और हमास के बीच घमासान युद्ध जारी है  प्रधानमंत्री  नेतन्याहू के पीछे पूरा इजराइल सीना तान कर खड़ा है क्या पक्ष या विपक्ष और क्या पत्रकार सभी इजरायल की सेना के शौर्य पर गौरव कर रहे हैं।  भारत के सियासी गिद्धों को इजराइल से यह सीख लेनी चाहिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मौके पर सेना से सबूत नहीं मांगे जाते हैं । हमास ने सोचा था 2000 रॉकेट दागकर इजरायल में खून की नदियां बहा देगा और जब तक इजरायल जवाब देगा तब तक सारी दुनिया शांति शांति चिल्लाने लगेगी और वो बच जाएगा।लेकिन दांव उल्टा पड़ा अकेले इजरायल के अचूक सुरक्षा कवच “आयरन डोम ” ने सारे रॉकेट की औकात बता दी।


 इजरायली प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय विरादरी को दो टूक बता दिया ” इजरायल अपनी रक्षा करना बखूबी जानता है। हमें किसी की मदद की जरूरत नहीं। जबतक हमास का समूल नाश इजरायल नहीं कर देता युद्ध बंद नहीं होगा”।


सारा इजरायल एक स्वर में अपने प्रधानमंत्री के पीछे खड़ा हो गया। क्या पक्ष क्या विपक्ष। कोई इजरायली अपनी सेना से #प्रमाण नहीं मांग रहा। कोई विपक्षी नेता छुपकर दुश्मन राष्ट्र के राजदूत से रात के अंधेरे में नहीं मिल रहा । बस इसी राष्ट्रीय चेतना, राष्ट्र और मातृभूमि पर मर मिटने की इजरायली प्रतिज्ञा के आगे तुर्की, पाकिस्तान और अरब देशों की सिट्टी पिट्टी गुम है। 

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