खुफिया एजेंसियों के पास किसान आंदोलन में आतंकी शक्तियों के समर्थन और फंडिंग के सबूत
फोन टेपिंग के जाल में प्रमुख किसान नेता, विपक्षी दल, एक राज्य के बड़े नौकरशाह और कई दूसरे संगठनों के प्रतिनिधि फंस सकते हैं
सूत्र बताते हैं कि सीआईडी ने किसान आंदोलन से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। इसे केंद्रीय एजेंसियों के बीच साझा किया गया है। दिल्ली बॉर्डर पर केंद्रीय एजेंसियां अपने स्तर पर आंदोलन से जुड़ी खुफिया जानकारी एकत्रित कर रही हैं।
अमर उजाला की खबर के मुताबिक केंद्र सरकार के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि किसान आंदोलन को लेकर बहुत जल्द एक बड़ा धमाका हो सकता है। जिसकी आशंका केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और दूसरे भाजपाई जता रहे हैं, उस बाबत कुछ सबूत सार्वजनिक करने की तैयारी हो रही है। आंदोलन पर बहुत करीब से नजर रख रहीं केंद्रीय एजेंसियों की मदद से सरकार यह साबित करने के प्रयासों में जुटी है कि ये आंदोलन हाईजैक हुआ है। फोन टेपिंग के जाल में प्रमुख किसान नेता, विपक्षी दल, एक राज्य के बड़े नौकरशाह और कई दूसरे संगठनों के प्रतिनिधि फंस सकते हैं।
केंद्रीय एजेंसियों की रिपोर्ट में ऐसे संदिग्ध लोगों की एक लंबी-चौड़ी सूची तैयार की है, जो किसान आंदोलन में शामिल हैं।
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