जिस तरह से फ्रांस ने अपने यहां शिक्षक के क़त्ल किए जाने के बाद मुग़ल कट्टरता के खिलाफ विश्व सहित पूरे फ्रांस में गुस्से का उबाल देखा गया उससे पहले ही ये तय हो गया था कि पिछले काफी समय से आतंक की मार झेल रहा फ्रांस जल्दी ही अब इसके विरूद्ध को बड़ा निर्णय लेगा |
आखिरकार लोगों के गुस्से और मांग के साथ अपनी सहमति देते हुए तुरंत ही फ्रांस में सैकड़ों मस्जिदों पर ताला लगा दिया गया | इतना ही नहीं देश भर चुन चुन कर सैकड़ों अलगाववादी संस्थाओं को चिन्हित करके उनके साथ सम्बंधित सभी मुगलिया कट्टरों को लात मार मार कर बाहर भगाने की पूरी तैयारी कर ली है |
इसके साथ साथ फ्रांस लगातार ही विश्व मंचों पर कट्टर मुस्लिम आतंकवाद पर मुखर होकर बोलता आवाज उठाता रहा | अब मुगलिया कट्टरता का नया नया पैदा हुआ खलीफा तुर्की इसे कैसे बर्दाश्त करता | तुर्की के प्रमुख एरडगन ने फ्रांसीसियों को मुस्लिमों के प्रति कठोरता दिखाने के कारण उन्हें मानसिक ईलाज की जरूरत बता दी |
फ्रांस ने तुर्की के राजदूत को बुला कर न सिर्फ कड़ी प्रतिक्रया दी है बल्कि स्पष्ट संदेश भी दे दिया है कि , मज़हबी कट्टरता से मदांध होकर पूरी इंसानियत को ख़ाक करने वाले , बर्बाद करने वाले पागलों को असल में इलाज की जरूरत है जो धीरे धीरे फ्रांस सहित सब देशों द्वारा किया जा रहा है | और इसे पूरी तरह अंजाम तक पहुँचा कर मुकम्मल किया जाएगा |
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