हाथरस लड़की की दर्दनाक लाश पर नक्सली-जिहादी ‘गिद्धों का गरबा’… लड़की से हमदर्दी या योगी-मोदी से नफरत?

हाथरस में क्रूरता का शिकार हुई लड़की के मुद्दे पर किस तरह से वामपंथी जिहादी मीडिया और नेता हो हल्ला मचा रहे हैं उसमें कहीं न कहीं देश को तोड़ने की बू आ रही है। इन वामपंथी नक्सली आंखों को पीड़ित हुई लड़की की सबसे पहले जाति दिखी और फिर गिद्ध मानसिकता के लोगों ने उस पर राजनीति करनी शुरू कर दी क्योंकि अपराधी तथाकथित ऊंची जाति के थे। अपराधी गिरफ्तार हो चुके हैं और कानून उनको उनके अंजाम तक पहुंचाएगा इस बाबत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की बात भी कही है ताकि अपराधियों को जल्द सजा दी जा सके।
हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020
प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा।
त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
मगर हम आपका ध्यान उस राजनीतिक षड्यंत्र की ओर ले जाना चाहते हैं जहां पर यह गिद्ध उस लड़की की लाश पर राजनीति गरबा कर रहे हैं ताकि जाति का ढोल पीटकर यह देश की एकता को तोड़ सकें।
Goodbye. We couldn’t give you dignity in life. We couldn’t give you dignity in death. What happened with you in life and in death has seared my soul. They broke your spine but will India discover hers?
— Rohini Singh (@rohini_sgh) September 29, 2020
Pic: @TanushreePande pic.twitter.com/jxKh7jG4cS
2017 में योगी ने 2019 तक यूपी में 'राम राज्य' लाने का सपना देखा था ..
— Ajit Anjum (@ajitanjum) September 29, 2020
रामराज्य आए एक साल हो चुके हैं. 2020 खत्म हो रहा है .. pic.twitter.com/IEZmn1jx40
दरअसल इन गिद्धों की गंदगी योगी और मोदी के खिलाफ उजागर हो रही है ताकि यूपी में जातिगत उन्माद फैलाकर हिंसा को उकसाया जा सके। इनकी हमदर्दी लड़की से नहीं इनकी नफरत योगी और मोदी से है इस पूरे मुद्दे पर यही दिखता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट साफ कहती है कि रेप नहीं हुआ तब भी इन्होंने इस मुद्दे पर रेप का हल्ला मचाया। लड़की ने स्वयं अपना बयान दर्ज कराया और बताया कि जीभ नहीं काटी गई तो भी इन झूठ के सौदागरों ने प्रपंच किया कि लड़की की जीभ काटी गई है। लड़की के भाई ने सिर्फ मारपीट का केस दर्ज कराया फिर भी ये लोग मामले को बढ़ाकर पेश कर रहे हैं ताकि इनकी राजनीतिक रोटियों पर नफरत का जहर लगाकर देश को चटाया जा सके। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे सलाखों के पीछे हैं उनके पापों का हिसाब उन्हें मिलेगा..मगर जिन्होंने प्रोपगैंडा फैलाकर जहर उगला उनका हिसाब कौन करेगा।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.