वामपंथियों का गढ़ और देशविरोधी गतिविधियों के लिए मशहूर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक बार फिर हिंसा की खबर सामने आयी है. जहां एक तरफ रविवार को देश भर में रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी वहीं JNU कैंपस में रामनवमी की पूजा को रोकने की कोशिश की गयी. JNU की टुकड़े टुकड़े गैंग के समर्थकों ने आराध्य प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव पर कैंपस में जमकर उत्पात मचाया , हिंसक वारदात को अंजाम दिया और ABVP छात्रों के साथ मारपीट भी की.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एबीवीपी छात्रों का आरोप है कि कावेरी हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने राम नवमी के दिन पूजा का आयोजन किया था जिसकी सूचना तीन दिन पहले ही दे दी गई थी। इसके बाद भी वामपंथियों ने पूजा रोकने की कोशिश की जिसकी वजह से दोपहर में होने वाली पूजा शाम को शुरू हुई . ABVP छात्रों का आरोप है कि नॉन-वेज को मुद्दा बनाना वामपंथियों की साजिश थी। वे लोग जिस समय हॉस्टल कैंपस में राम नवमी मना रहे थे और उसी समय इफ्तार का कार्यक्रम भी यूनिवर्सिटी में चल रहा था। जिसे मुद्दा बनाकर रामनवमी के दिन माहौल बिगाड़ने की कोशिश गयी. जब ABVP छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई तो वे भड़क गए और हिंसा पर उतारू हो गए. जिसके बाद कुछ छात्रों के घायल होने की भी खबर है .

हाल के दिनों में जिस तरह से JNU में वामपंथी छात्रों का उत्पात बढ़ता जा रहा है वो बेहद ही चिंता का विषय है. वैसे भी ये बात किसी से छिपी नहीं है कि जेएनयू के वामपंथी छात्र पढ़ाई के अलावा वो सारे काम करते हैं जिनमें अक्सर अपने हित को साधने के लिए देशहित को नकार दिया जाता है। फिर चाहे देश के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकियों के समर्थन में नारे लगाने हो या फिर हिंदुओं के त्योहारों में माहौल बिगाड़ना हो, और इसका इन्हें जरा भी डर नहीं है क्योंकि ये बात ये जानते हैं कि अगर सरकार इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी तो लिबरल पत्रकारों की पूरी गैंग देशभर में इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमले के तौर पर प्रचारित करेगी।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.