विशाल नीले समुद्र मानव समुदाय को हमेशा से ही आकर्षित करते हैं। पर्यावरणीय संतुलन के आवश्यक आधार तत्त्वों में से एक इन सागरों को स्वच्छ और सुरक्षित रखना मानव जाति के अस्तित्व के लिए बेहद जरूरी है। वर्ष 2020 में भारत ने इस दिशा में एक बड़ी सफलता हासिल की है। अब भारत के आठ समुद्री तटों पर “ब्लू फ्लैग” शान से लहरा रहे हैं। ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र विश्व भर के सबसे स्वच्छ और सुरक्षित समुद्री तटों को दिया जाने वाला सम्मान है। और यह सम्मान केवल सरकार के प्रयासों से नहीं बल्क‍ि जन भागीदारी के कारण हासिल हुआ।

समुद्र तटों पर साफ-सफाई में जनभागीदारी में बड़ी भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस पहल को भी रही, जो उन्‍होंने महाबलीपुरम के समुद्र तट पर की। पिछले साल महाबलीपुरम के समुद्र तट पर स्वच्छता की अलख जगाते हुए पीएम मोदी ने लोगों द्वारा कचरा उठाकर यह जताने का प्रयास किया कि हम सब मिल जायें तो कुछ भी आसान हो सकता है।

पर्यावरण मंत्रालय के प्रयासों और जन जागरूकता का ही परिणाम है कि भारत के आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट के सम्मान से सम्मानित किया गया। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने बीते मंगलवार को वर्चुअल रूप से देश के आठ समुद्री तटों पर अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग फहराया।

बता दें कि भारत के इन आठ समुद्री तटों के ब्लू फ्लैग प्रमाणीकरण की घोषणा 6 अक्टूबर, 2020 को हुई थी, जब यूनेस्को जैसी भागीदारी वाली संस्थाओं के वैश्विक निर्णायक मंडल ने तैंतीस मानकों पर समुद्री तटों को खरा पाया था।

आखिर क्या है ब्लू फ्लैग

ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र दुनिया भर के उन समुद्री तटों को दिया जाता है, जो सबसे स्वच्छ और सुरक्षित होते हैं। समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र देने के पूर्व कुल तैंतीस मानकों पर परखा जाता है। जिनमें से जल की गुणवत्ता, अपशिष्ट अवयवों का प्रबंधन और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता जैसे मानक शामिल हैं। यह ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक गैर सरकारी संगठन फाउंडेशन फॉर इनवॉयरमेंटल एजूकेशन (एफईई) द्वारा प्रदान किया जाता है। ब्लू फ्लैग प्रमाणीकरण वैश्विक रूप से मान्य पर्यावरण-लेबल हैं।

देश के इन समुद्र तटों पर फहराए गए ब्लू फ्लैग

जिन स्थानों पर इंटरनेशनल ब्लू फ्लैग फहराए गए उनमें कप्पड़ (केरल), शिवराजपुर (गुजरात), घोघला (दीव), कसरकोड, पदुबिदरी (कर्नाटक), रूशिकोन्डा (आंध्र प्रदेश), गोल्डेन (ओडिशा) तथा राधानगर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) शामिल हैं। यह ध्वज समुद्री तटों पर संबंधित राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी फहराए गए।

इसी के साथ 2020 में भारत एशिया का चौथा ऐसा देश बन गया, जहां के समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग मिला है। साथ ही मात्र दो वर्षों के भीतर ही आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग मिलना विशेष उपलब्धि है। भारत ने जून, 2018 में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तटीय क्षेत्रों के स्थायी विकास की अपनी यात्रा शुरू की। भारत ने 13 तटीय राज्यों में I-AM-SAVING-MY-BEACH अभियान एक साथ लॉन्च किया था।

***समाचार संकलन एवं चित्र साभार : हिन्दुस्तान समाचार। इस उपलब्धि के लिए हर भारतीय को बधाई। जय हिन्द। जय भारत।

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