झारखंड विधानसभा में सोरेन सरकार द्वारा मुस्लिम विधायकों को अलग से नमाज के लिए कमरा दिए जाने का मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। झारखंड के बाद महाराष्ट्र में भी इसी तरह से विधानसभा में कमरा देने की मांग की गई और अब उत्तर प्रदेश में भी यह मांग जोरों से उठाई जा रही है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी द्वारा मांग की गई है कि यूपी की विधानसभा में भी इसी तरह की व्यवस्था होनी चाहिए. सपा विधायक ने कहा कि सत्र के दौरान नमाज़ पढ़ने में दिक्कत होती है, ऐसे में आस्था को ध्यान में रखते हुए ये सही फैसला होगा।

यूपी के अलावा बिहार में भी इस मसले पर चर्चा जारी है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मांग की है कि बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए अलग कमरा बनाया जाए, साथ ही मंगलवार की छुट्टी भी घोषित कर दी जाए।


गौरतलब है कि तुष्टीकरण की राजनीति कहकर बीजेपी इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरने की कोशिश कर रही है ऐसे में लगातार मांग उठ रही है कि आखिर एक विशेष मजहब के लोगों को ही नमाज के लिए कमरा आवंटित क्यों किया जा रहा है अगर विधानसभा जैसे संवैधानिक संस्थान का इस्तेमाल धार्मिक मसलों के लिए किया जाने लगेगा तो ऐसे में क्या लोकतंत्र की धर्मनिरपेक्षता अक्षुण्ण रह पाएगी।

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