आखिर किस तरह महज नरेंद्र मोदी के विरोध के नाम पर शाहीन बाग और किसान पंचायत की दुकानें सजाई जा रही है इसकी एक बानगी देखिए… राकेश टिकैत की महापंचायत में हजारों लोग पहुंचे ..मगर पहुंचने वाले लोगों को कृषि कानून के बारे में एक अक्षर तक नहीं पता था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बताता है कि यह भीड़ वहां जाकर अल्लाह हू अकबर का नारा क्यों लगा रही थी…


एक ऑनलाइन समाचार चैनल हिन्दुस्तान 9 ने महापंचायत की एक ग्राउंड रिपोर्ट अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर की है। हिन्दुस्तान 9 के पत्रकार रोहित शर्मा ने महापंचायत में शामिल किसान प्रदर्शनकारियों से कुछ सवाल पूछे। मोहम्मद दानिश नाम के एक शख्स ने बताया कि वह पास के एक गाँव के किसानों के समूह के साथ प्रदर्शन स्थल पर आया है। दानिश ने बताया कि वह वहां सीएए और एनआरसी कानून का विरोध करने के लिए आया है और मोदी सरकार को इसे हटाना ही होगा।

दानिश ने कहा, “हाँ, मुझे पता है। एक है एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर), एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) और एक और है, जिसे मैं भूल गया हूँ।” रोहित ने पूछा कि क्या आप सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के बारे में बात कर रहे हैं, जिस पर दानिश ने कहा, “हाँ, हाँ! वही वाला।” रोहित ने पूछा, “तो आप इन तीन कानूनों के खिलाफ महापंचायत में भाग ले रहे हैं?” इस पर दानिश ने हाँ में जवाब दिया।

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