किसानो के गरीबी पर सालो से चलता आया मुँहबोले किसान पार्टीयो का गंधा वोटबँक।
हजारों किसान पार्टीया और किसान नेता होने के बाद भी आत्महत्या को मजबुर क्यु है किसान? किसान नेतावो का किसानो की आत्महत्या पर सवाल नही, प्रदर्शन नही तो कृषि बिल विरोध में क्यु रख रहे है, वो देश के करोडो किसानो की बात?