राम मंदिर की रथ यात्रा को रोककर आडवाणी जी को जेल में डालने वाले लालू यादव आज खुद जेल में है। जब कल भव्य राम मंदिर बनेगा तब लालू यादव को जेल की रोटी खानी पड़ेगी, जेल का पानी पीना पड़ेगा

भारतवर्ष की प्राण ऊर्जा भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का रास्ता 5 अगस्त के शिलान्यास से साफ हो रहा है। राम जी के इस पुनीत काज में मन-वचन-कर्म से जुटे उन तमाम सुधीजनों की मनोकामना पूर्ण हो रही है , जिनके ह्रदय की अयोध्या में भव्य राम मंदिर का संकल्प धड़कता था। ऐसे में याद उन आसुरिक प्रवृतियों की भी आती है जिन्होंने राम काज में अड़चन बनकर इस पवित्र कार्य को रोकने की असफल कोशिश की, तो आइए आपको याद दिलवाते हैं वोट बैंक राजनीति के रंगरेज लालू यादव की। जी हां वही लालू यादव जो 30 साल पहले धर्म-अधर्म के इस युद्ध में चंद वोटों के चक्कर में रामद्रोही हो गए थे।

दरअसल 1990 के दशक में भव्य राम मंदिर की मांग को लेकर लालकृष्ण आडवाणी देशभर में रथयात्रा कर रहे थे। लालकृष्ण आडवाणी की इस रथयात्रा के चाणक्य नरेंद्र मोदी ही थे। अक्टूबर 1990 में लालकृष्ण आडवाणी रथ यात्रा लेकर गुजरात के सोमनाथ से बिहार के समस्तीपुर पहुंचे थे उस समय लालू प्रसाद यादव बीजेपी के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बने थे। आडवाणी के राम रथ को बिहार से होते हुए 7 दिन बाद 30 अक्टूबर को अयोध्या पहुंचना था ।बिहार के हजारों लोग अपने आराध्य के मंदिर निर्माण को लेकर पलकें बिछाए राम रथ यात्रा का इंतजार कर रहे थे।
मगर चंद वोटों के लालच में लालू प्रसाद यादव ने बिहार के समस्तीपुर में लालकृष्ण आडवाणी के रथ के पहियों को थाम दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आडवाणी जी की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में अचानक लालू प्रसाद यादव का नाम राष्ट्रीय राजनीति में उभर कर सामने आया।

लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी के बाद देश की राजनीति जो धड़ों में बंट गई जिसमें लालू प्रसाद यादव बीजेपी विरोधी राजनीति के प्रमुख चेहरे बनकर सामने आए। रातों रात वामपंथियों और कांग्रेस की नजर में लालू प्रसाद यादव सुपर हीरो की तरह बन गए और तब नींव पड़ी जटिल जातिगत समीकरण ‘MY’ की। जी हां ‘MY’ मायने ‘मुस्लिम-यादव’ समीकरण जिसके सहारे लालू यादव ने बिहार पर दशक तक शासन किया।

बिहार में गिरफ्तारी के बाद लालकृष्ण आडवाणी और बीजेपी की रथ यात्रा भी देश का राष्ट्रीय मुद्दा बन गई , साथ ही राम मंदिर निर्माण के इस आंदोलन के साथ देश का जनमानस भी जुड़ गया। करोड़ों लोगों की आस्था के संघर्ष और रामजी की कृपा का चमत्कार देखिए कि कल लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर शिलान्यास में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण करेंगे तो वही लालू प्रसाद यादव जेल की सलाखों के बीच बैठकर जेल की रोटी खाएंगे और जेल का पानी पियेंगे।
जयश्रीराम

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