कहीं तो बहर-ए-ख़ुदा आज ज़िक्र-ए-यार चले !!
बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी ... आज के इंटरनेट युग का विचारशील युवा आप से ये जरूर पूछेगा या स्वयं गूगल पर जरूर खोजेगा कि ऐसे क्या कारण थे कि १९४८ में एक युवा द्वारा उस व्यक्ति की हत्या की गई जिसे कि देश की स्वतंत्रता प्राप्ति का प्रमुख कारण बताया जाता था।
चर्चा होनी चाहिए खुले मंच से