प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक तीन कृषि कानून वापस करने का फैसला लिया और पूरा देश सकते में आ गया कि आखिर प्रधानमंत्री ने अचानक ऐसा क्यों कर दिया। दरअसल इसके पीछे की कहानी आप और हम जानेंगे तो मोदी की महानता के और कायल हो जाएंगे.. अगर इस पूरे मुद्दे को एक वाक्य में समझना है तो ऐसे समझिए ‘प्रधानमंत्री ने देश की अखंडता संप्रभुता बनाए रखने के लिए सरकार के महत्वपूर्ण बिल वापस कर लिए’.. दरअसल बीते 1 साल में पंजाब में जिस तरह से सोए हुए खालिस्तान के आंदोलन को जगाने में पाकिस्तान कामयाब रहा उसके चलते लगातार इंटेल की रिपोर्ट आ रही थी कि पंजाब में हालत खराब हो सकते हैं।

पंजाब से खुफिया रिपोर्ट बता रही थी कि वहां ड्रोन के जरिए भी पाकिस्तान हथियार भेज रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अजीत डोभाल और प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को इस मुद्दे पर आगाह कर दिया था, अभी हाल ही में एनआईए की टीम ने कनाडा में जाकर जांच की थी और सूत्र बताते हैं कि वहां से भी हैरान कर देने वाली रिपोर्ट मिली है।

प्रधानमंत्री को लगातार इस मुद्दे पर ब्रीफ किया जा रहा था कि भोले भाले किसानों को बरगलाने में यह एजेंडा कामयाब हो गया है कि किसानों की जमीन उनसे छीन ली जाएगी। ऐसे में किसानों के भोले मन तक पहुंचने में सरकार और पार्टी नाकामयाब रही। दरअसल सरकार के साथ साथ ही बीजेपी की कार्यकर्ताओं की भी बहुत बड़ी हार है कि वह कृषि बिल के फायदे किसानों तक नहीं पहुंचा सके। पंजाब में बिगड़ रहे हालात के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के हित को सर्वोपरि रखा ना कि सरकार के कदम को.. प्रधानमंत्री ने यहां पर देश की अखंडता का ख्याल रखा और इसलिए इस बिल को वापस ले लिया।

उम्मीद की जानी चाहिए कि पाकिस्तान के एजेंडे पर चलते हुए जो खालिस्तन की चिंगारी पूरे पंजाब में फैलाई जा रही थी वह धीरे-धीरे शांत होगी और इस दिशा में सरकार भी गंभीरता से काम करेगी।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.