सत्ता का मद और मौकापरस्ती किसी को किस हद तक मानसिक दिवालिया बना देती है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है महाराष्ट्र की शिव सेना सरकार। देश के अब तक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी के नाम और चेहरे को भुनाते हुए महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में 50 सीटें जीत कर कांग्रेस के साथ सरकार में आई शिव सेना सरकार अपनी खीज और बौखलाहट के चरम पर है।

राष्ट्रवादी अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा बेबाकी से शिव सेना को आईना दिखाने पर उनके घर दफ्तर पर बुलडोज़र चलवाना , विख्यात पत्रकार अर्नब गोस्वामी को षड्यंत्र के तहत गिरफ्तार करना , पूर्व नौ सेना अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के बाद अब सीधे ही योगी और उनकी सरकार को कोसते हुए गृह मंत्री अमित भाई शाह जी के विरुद्ध ज़हर उगलने में लग गई है।

शिव सेना के प्रवक्ता naughty फेम संजय राउत यूँ भी अपने बड़बोले पन और वाहियात टिप्पणियों के जरिए चर्चा में बने रहने का गुण जानते हैं ,उन्हें अच्छी तरह पता है कि NDTV ,वायर ,प्रिंट की तरह उनकी राजनीति की दुकान की टीआरपी भी सिर्फ मोदी शाह योगी को कोस कोस कर ही चल सकती है।

राउत , अमित शाह जी के तमिलनाडु विजय अभियान के आगाज़ से इतने बौखलाए और सकपकाए हुए हैं की , कांग्रेसी वाम ट्रॉलरों द्वारा चलाए गए एक ओछे से ट्रेंड में खुद भी बढ़ चढ़ कर अपनी naughty टिप्पणी करके अपनी खीज मिटा रहे हैं।

अपनी माँद के अंदर बैठे शेर असल में बिल में बैठे मूषक के समान हैं जो बेशक अपने समाचार पत्र का नाम “सामना ” रख कर उसी में अपनी वीरता की डींगे मारते रहें असल में शिवसेना प्रमुख से लेकर एक अदने से कार्यकर्ता तक ,कभी अपने राज्य ,प्रदेश से निकल कर कहीं किसी का सामना करने की हिम्मत नहीं रखते।

विनाश काले विपरीत बुद्धि से लेकर धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का वाली सारी कहावतों को खुद पर चरितार्थ करके शिवसेना सरकार अपनी साख प्रतिष्ठा का खुद सर्वनाश करने को तत्पर है।

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