अभी हाल ही में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक वाद का निपटारा करते हुए ,पिछले काफी समय से चले आ रहे विवाद ” अनावश्यक समय पर मस्जिदों से आती लाउडस्पीकर की आवाज़ ” पर सुनवाई करते हुए बहुत सारी भ्रांतियां और भ्रम दूर करते हुए कई नई व्यवस्थाएं दीं |

अदालत ने पहली अहम् बात ये कही कि मस्जिदों में एकत्र होकर नमाज पढ़ कर इबादत करने की परम्परा उचित भी है और बहुत पहले से चली भी आ रही है किन्तु इस अजान को सिर्फ लाउडस्पीकर की तेज़ आवाज़ में ही पढ़ा जाए मुस्लिम मज़हब में ऐसी कोई बंदिश नहीं है |

यानि अजान इस्लाम का भाग है मगर लाउस्पीकर नहीं है | अदालत ने इसे और भी स्पष्ट करते हुए कहा कि अजान तब भी पढ़ा जाता था जब बिजली लाउडस्पीकर दुनिया में मौजूद नहीं थे | इसलिए अनावश्यक रूप से तेज़ आवाज़ में बेवक्त सबकी शान्ति और सकूँ में खलल देना उचित नहीं है |

अदालत ने तो यहां तक कह दिया कि इस तरह बार बार सार्वजनिक रूप से अन्य धर्म पंथों के अनुयायियों के रहते हुए उनके बीच में कहना कि खुदा ही सर्वेश्रेष्ठ है वही एक मात्र सर्वशक्तिमान है , ये भारतीयों की सहिष्णुता ही है जो वे इन सबका विरोध नहीं करते |

ज्ञात हो कि मस्जिद में लाउडस्पीकर लगाकर अजान पढ़ने के लिए स्थानीय पुलिस द्वारा अधिकार और अनुज्ञापत्र लेना अनिवार्य कानून है | इसका पता सीधे सम्बंधित थाने में सूचना का अधिकार के तहत प्रार्थनापत्र देकर लगाया जा सकता है |

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दी गई व्यवस्था के अनुसार , धवनि यंत्रों के ध्वनि सम्प्रेषण की सीमा और समय के निर्धारण के अनुसार ही कहीं भी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच तेज़ आवाज़ में लाउडस्पीकर नहीं बजाया जा सकता | अस्पताल , स्कूल , वृद्धाश्रम , आरोग्यकेंद्र तथा लाल बत्ती के 200 मीटर की परिधि में भी लाउडस्पीकर का प्रयोग वर्जित है |

यदि स्थानीय पुलिस के पास शिकायत या कार्रवाई न होने का डर आशंका हो तो सीधे न्यायालय में इसकी शिकायत हेतु वाद दायर किया जा सकता है और अदालती आदेश द्वारा इससे छुटकारा पाया जा सकता है |

याद हो कि थोड़े समय पहले सोनू निगम ने ऐसे ही एक मस्जिद से सुबह पांच बजे ही आती तेज़ आवाज़ से परेशान होने की बात कही थी तो उत्तर प्रदेश के किसी सिर फिरे मौलवी ने सोनू निगम के बाल मूंड लाने वाले को 5 लाख का ईनाम देने की घोषणा कर दी थी |

और वही क्यों अभी सिर्फ कुछ दिनों पहले ही मुंबई में एक बच्ची अपनी माँ के साथ पड़ोस में रोज़ बजते लाउडस्पीकर से परेशान होकर पुलिस के पास शिकायत क्या कर दी , स्थानीय विधायक से लेकर अबू आजमी तक उन दोनों माँ बेटी का घर खाली करवाने के पीछे पड़ गए थे |

भाई , सिर्फ एक बात बताओ , ये अपने देश में , अपने घर में रहकर भी ऐसे ही डरते रहोगे ,मरते रहोगे तो फिर अब भी जैसे रह रहे हो वो जीना नहीं है | क्या लगता है ये सब यूँ ही ख़त्म हो जाएगा ,रुक जाएगा , बदल जाएगा | कुछ भी कभी अपने आप नहीं होता , न पहले कभी हुआ है न आगे कभी होगा | अगर ये लड़ाई आज और अभी से नहीं शुरू हुई तो कल जाकर आने वाली नस्लों को फिर से नए सिरे से इस अलख को जगाना होगा और हो सकता है तब तक बहुत देर हो चुकी हो |

जय हिन्द | जय भारत

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