पाकिस्तान के कराची शहर और मीरपुरखास सिंध प्रांत में एक ही दिन में 33 हिंदू लोगों को जबरदस्ती इस्लाम में धर्म परिवर्तन किया गया ,जिसमें धर्म परिवर्तन जोर जबरदस्ती से ,डरा धमकाकर और उनकी बेटियों को घर से उठाकर किया गया है।
अगर आप जनवरी 2023 से लेकर अब तक पाकिस्तानी समाचार पत्र पढ़ेंगे तो रोज कहीं ना कहीं किसी हिंदू लड़की की धर्मांतरण की खबर या जो धर्मांतरण से इंकार कर दे उसका बलात्कार करके हत्या कर देना या धर्मांतरण से इंकार करने वाली हिंदू लड़की और उसके परिवार वाले को गोली मार देना। ऐसी खबरें आपको रोज मिलेगी पर कल का समाचार बहुत अहम रहा क्योंकि एक ही दिन में 33 हिंदू जिनमे सभी उम्र के लोग हैं उनको इस्लाम में धर्म परिवर्तन किया गया।
ऐसे मामलों में देखा जाता है कि उनकी बेटियों को घर से उठाकर अपहरण कर लिया जाता है और उसके बाद पूरे परिवार पर दबाव बनाया जाता है कि इस्लाम कबूल कर ले अन्यथा उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया जा सकता है ,या उसे गोली मार दिया जाएगा और जब भी कोई हिंदू परिवार ऐसे मामलों में पाकिस्तानी थानों में कंप्लेंट करता है तो वह या तो इस पर कार्यवाही नहीं करते या पहले तो कोई कंप्लेंट दर्ज नहीं करते उन्हें घंटों बाहर बैठाया जाता है।
जनवरी 2023 में हुई एक घटना में एक हिंदू महिला को कराची शहर से उठाकर ले जाकर रेप किया गया क्योंकि उसने इस्लाम में धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया गया था और जब इस बात के लिए उसने थाने में जाकर के कंप्लेन किया तो पुलिस ने पहले तो मामला ही नहीं लिया और बाद में उसे 3_4 घंटे तक थाने में बैठा कर परेशान किया गया, बाद समाचार पत्रों में आई तब जाकर के कराची पुलिस ने इस मामले पर कंप्लेंट दर्ज किया।
हिंदुओं
पाकिस्तान में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता है और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी सार्वजनिक रूप से मान चुके हैं कि हिंदू लड़कियों को उठाकर जबरदस्ती उनके साथ बलात्कार किया जाता है और उन्हें इस्लाम धर्म परिवर्तन के लिए कहा जाता है। यूरोपीय अखबारों की बात माने तो उन्होंने एक रिपोर्ट में कहा था कि लगभग हर साल 1000 हिंदू लोगों को पाकिस्तान में जबरदस्ती या किसी न किसी तरीके से डरा कर धमकाकर बलात्कार कर गोली मारकर उनके बच्चों को अपहरण कर उन्हें इस्लाम में धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा जाता है। अगर पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन दर यही रहा तो आने वाले दिनों में हिंदू कोई भी नहीं बचेगा ।पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं अक्सर या तो कराची में ,सिंध प्रांत की किसी शहर में होती है।
सिंध के रोहरी में, पंजाब के लाहौर और कराची में कई हिंदू परिवारों ने डर से अपनी जगह जमीनी बेच दी और दूर किसी कोने में जाकर के रहने लगे ।कई सारे हिंदू शरणार्थी डर से सताने के बाद आज चुपचाप भारत में आकर शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं। पाकिस्तान में यह घटनाएं सिर्फ हिंदुओं के साथ नहीं बल्कि ईसाइयों के साथ और अहमदिया मुसलमानों के साथ भी ऐसा ही होता है ।कई बार ऐसी घटनाएं वहां पर बहुत ही सीमित संख्या में बसें पारसी समुदाय की बेटियों के साथ भी होता है। इसके बाद भी पाकिस्तान लगातार भारत में अल्पसंख्यकों की दुहाई देता है कि उनकी स्थिति अच्छी नहीं जबकि दिनोंदिन पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यकों की जनसंख्या घटती जा रही है या उन्हें मौत के साए में धर्मांतरण के डर से जीना पड़ रहा है।

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