ये है तमिलनाडु के कन्याकुमारी से फादर बेनेडिक्ट एंटो। सोशल मीडिया में इनके सेक्स वीडियो वायरल होने के बाद से यह 3 दिन पहले से फरार चल रहे थे जिसे आज तमिलनाडु की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने चर्च में आने वाली महिलाओं को बहला-फुसलाकर, ठग कर, ब्लैकमेल कर ,उनका यौन शोषण किया और सेक्शुअली ब्लैकमेल और बलात्कार करने का काम किया है।

इस फादर ने 16 साल से 50 साल तक की लड़की से लेकर महिला तक जो इसके पास हीलिंग या कंफेशन के लिए आती थी को अपने स्पेशल पॉवर से मोहित कर लेता था. या फिर उनकी कन्फेशन की बातों को सुन करके उन्हें ब्लैकमेल करता था कि अगर वे उनकी बात नहीं मानेंगे तो यह बात, उनके घर वालों को बता देगा जिसके कारण कई बार कई महिलाएं डर करके भी इसके जाल में फंस जाती थी और कई इसके द्वारा चिकनी चुपड़ी बातों के कारण इसके हवस का शिकार बनते थे। फिर इन सबके साथ ये अश्लील वीडियो बनाता था। ये अब तक 200 से ज्यादा ऐसे वीडियोज बना चुका है। उन सारे वीडियो के माध्यम से भी यह उन महिलाओं को ब्लैकमेल करने की कोशिश करता था और बार-बार उनके साथ गलत काम करता था।
पर मसला इससे भी बड़ा है क्योंकि तमिलनाडु में डीएमके की सरकार है जिसे ईसाई समर्थक माना जाता है ,क्योंकि करुणानिधि भी खुद ही ईसाई है, उनके परिवार के कई सदस्य ईसाई धर्म को मानते हैं जिसके कारण पुलिस शायद उस पर उतनी कार्यवाही ना करें जैसी की अपेक्षा की जा रही है ।साथ ही साथ जिस तरह से केरल के फादर के मामले में हुआ कि सिस्टर के द्वारा बयान देने के बाद भी जिस तरह से उसे बरी कर दिया गया ,कहीं तमिलनाडु के इस फादर के साथ भी ऐसा ना हो जाए। दुख तो उससे ज्यादा यह है कि इस मामले को किसी भी नेशनल मीडिया ने नहीं उछाला ,नहीं दिखाया ना हीं इसके बारे में चर्चा की ,नाही टीवी डिबेट किया ,परंतु जब भी हिंदू धर्म में ऐसे मामले होते हैं ,चाहे आसाराम हो या राम रहीम हो, उसे खूब उछाला जाता है ,उसे का खूब बंदरबांट किया जाता है, कई दिनों तक प्राइम टाइम पर उसे दिखाया जाता है ,उस तरह से दिखाया जाता है कि हिंदू धर्म कितना नीचे धर्म है ,महिलाओं को कितना शोषण किया जाता है।
परंतु ईसाई धर्म ऐसे कितने मामले हैं जिनमें बच्चों के साथ यौन शोषण होता हो वहां के चर्च के पादरियों द्वारा ,केरल के फादर के द्वारा सिस्टर का यौन शोषण करना है ,कई बार फादर द्वारा गे या समलैंगिक एक्टिविटी करना या कई बार उनके द्वारा महिलाओं का बलात्कार, पर इन सारी बातों को ना तो कोई अखबार दिखाता है ना न्यूज़ चैनल दिखाता है ना ही कोई मीडिया इसके बारे में चर्चा करती है और ऐसे मामले कोर्ट में भी प्रायः दब जाते हैं या उन पर विशेष कार्रवाई नहीं हो पाती या उन्हें जेल में नहीं रखा जा पाता जैसा कि ऐसे मामलों में हिंदू संतो के साथ होता है।
तब तक के लिए हालेलुया क्योंकि इनके बारे में बोलना लिखना पढ़ना जरूरी है और उनके खिलाफ आवाज उठाना उतना ही जरूरी है ।आमीन

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