इस साल के शुरू में देश के एक कोने में कुछ ऐसा घटा कि एक दिन सुबह सुबह लोग बाग़ कह उठे वाह , ये खूब किया पुलिस ने | चाहे इसके लिए फिर उन्हें खुद बाद में भारी कीमत उठानी पड़ी हो | लेकिन हैदराबाद में एक मासूम बेटी का शोषण कर उसकी लाश को जला देने वालों को पुलिस ने अगले दिन एनकाउंटर में उड़ा दिया था | सबने पुलिस की हिम्मत और जिगरे की दाद दी थी |

और एक आज का दिन है , दाद क्या , आप दाद खाज खुजली सब कुछ दे सकते हैं दिल खोल के क्यूंकि :


पिछले दिनों आत्मह्त्या/ह्त्या , ड्रग्स का कारोबार , बॉलीवुड की माफिया जगत में घुसपैठ , काले धन को स्मगलिंग हवाला के ज़रिये बदलने , धारावी में हर मोहल्ले में एक दाऊद इब्राहिम और अबू सालेम को बनते हुए देखना , इन तमाम बिदुंओं पर मपोसे ने इतना बेहतरीन काम किया है की , जान कर मारे ख़ुशी के आपकी चीखें निकल सकती हैं |

उत्तर प्रदेश और बिहार से रोजगार के तलाश में महाराष्ट्र और मुंबई पहुंचे लाखों कामगार भैया जी लोगों पर वहां मराठा और मराठी मानुष के नाम पर सैकड़ों बार होने वाली ज्यादतियों , मारपीट जैसे महान घटनाओं की भी साक्षी रही है चिंगम और चिम्बा पुल्स |

अजी इतना ही कहाँ , वो आजाद मैदान में जब भटके हुए मुगलों ने न सिर्फ देश बल्कि देश की सेना ,अमर ज्योति तक का अपमान किया था कर जहन्नुम बना कर रख दिया था ,तब भी बहुत सब्र से काम लिया था , हैं जी

हाँ वो मुमबई की एक बिटिया और उसकी माँ , जब पड़ोस के एक मस्जिद में जोर से आती लाउडस्पीकर की आवाज़ को बंद या कम करने के लिए गुहार लगाने पहुंची तो उस मामले में भी चिंगम पुलिस ने बहादुरी के वो वो झंडे गाड़े बस पूछिए मत |

अब अबसे जरूरी बात , जो दारोगा जी लोग , आज सुबह सुबह चिंगमगिरि दिखा कर आए हैं और शायद अब देख देख कर खुश भी हो रहे हों , उनके लिए सिर्फ एक ही बात कहनी है कि -साथ साथ पालघर के साधुओं की ह्त्या वाला भी देखते रहने का | वोइच्च जिसमे आपका बिरादर भी वीडियो बना रेला है वोचच वाला -क्या है न बैलेंस बना रहेगा |

अर्नब को गिरफ्तार कर लिया , ठीक है , ऊपर के सारे कारनामों की स्ट्रीम लाइन में ये सूट भी कर रहा है वैसे | लगे हाथों रिपब्लिक भारत चैनल को एक हज़ार लोगों पर FIR तो पहले ही दर्ज़ कर चुके हो साहब जी | एक देखने वाले सारे दर्शकों पर भी करके सबको उठा लो जी , लिखने पढ़ने या जिसने भी सूरत देखी हो , अजी नाम भी सुना हो , सबका नंबर लगा दो , क्यों |

चलते चलते एक किस्सा बताता चलूँ |
सिगरेट पीने के बहुत नुक्सान होते हैं : ऐसा अख़बार में आया देख कर उस व्यक्ति ने भी तुरंत फैसला लिया : कल से ही बंद
सिगरेट नहीं ………अखबार बंद |

यहां टीवी बंद ,अर्नब बंद , कंगना बंद , सब बंद , बस ले दे के कोरोना ही खुला है जिसके लिए ठाकुर जी पहले ही कह दिया है
अपना अपना खुद देखो रे , हम भी तो अपना ही _____देख रहे हैं न |
लेकिन शायद ये भूल जाते हैं कि ये जो पब्लिक है ये सब कुछ देख रही और समझ भी रही है |

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