कभी देश प्रेम , राष्ट्रवाद का दम भरती हुई शिव सेना ,कभी देश के पाकिस्तान का वजूद तक मिटाने की कसमें खाने वाली शिव सेना और हिन्दू सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों पर स्थापित की गई पार्टी शिव सेना -कांग्रेस गठबंधन के साथ सरकार बनाते ही ,भारत से , हिन्दुओं से , सैनिकों से और तो और इन सबकी बात कहने वालों को भी दुश्मन और अपराधी की तरह देखेगी , ऐसा किसने सोचा था ? लेकिन आज का सबसे दुःखद सत्य यही है।

राज्य में एक के बाद एक होते गंभीरतम अपराधों पर बिलकुल चुप्पी साधे बैठी शिवसेना सरकार टीवी चैनल टीआरपी जैसे देश के सबसे खतरनाक अपराध की जाँच और तफ्तीश के साथ साथ अतिरिक्त बोझ उठाते हुए अब भारत रत्न सचिन तेंदुलकर , स्वर कोकिला लता मंगेशकर , सबसे अधिक कर का भुगतान करने वाले अभिनेता अक्षय कुमार और उनके मित्र सुनील शेट्टी समेत तमाम उन लोगों के अपराध की जांच कराने की तैयारी कर चुकी है।

और भी करे भी क्यों न ?? आखिर देश के पक्ष में ट्वीट करने का जघन्य अपराध जो कर डाला इन तमाम राष्ट्रप्रेमियों ने। इन सबने पिछले दिनों कुछ टुच्चे से अंतर्राष्ट्रीय लोगों द्वारा भारत की छवि को खराब करने के लिए पैसे लेकर साजिशन किए गए ट्वीट का पुरज़ोर विरोध करते हुए उन्हें चेताया कि भारत की चिंता हम भारतीयों को करने दें। बाहरी किसी को भी इसमें बोलने कहने का कोई हक़ नहीं है।

भाजपा और खासकर मोदी विरोध में अंधी हो चुकी कांग्रेस और उनके मठाधीश पवार साहब ने तो पहले ही सचिन तेंदुलकर को उनके विषय के अतिरिक्त किसी भी विषय पर बोलने से मना करने का फरमान जारी कर दिया था मगर शायद बाद में देश से प्रेम करने वाले सभी के ऐसा करने पर वो महाराष्ट्र सरकार को एक संगठित अपराध जैसा लगने लगा।

आरोप लगाते हुए शिवसेना के मंत्रियों ने कहा है कि हो न हो इन तमाम हस्तियों ने देश प्रेम का ये अपराध जरूर ही भाजपा के उकसावे पर किया है। अब क्या किया जाए जब भाजपा के उकसावे पर ही पूरा देश आज भगवामय हो गया है , जय श्री राम , वन्दे मातरम् और जय हिन्द के जय घोष करने लगा। तो क्या करे , खालिस्तान ज़िंदाबाद कहे या मियाँ खलीफा की जय हो कहे नहीं तो नोटिस , बीएमसी , बुलडोज़र -आगे सबको पता ही है।

शिवसेना सरकार जिस अपराध की बू सूँघते हुए मनमाने अपराध और उसके जांच की तैयारी करने की बात कर रही है उसे अपने जांच अधिकारियों को सन्दर्भ के लिए ये नीचे के चित्र वाले प्रकरण की भी ऐसी ही घनघोर जांच करानी चाहिए। चईये कि नई चईये।

और हाँ चलते चलते आप सबको ये भी इत्तला की जाती है कि बार बार पालघर में साधुओं की ह्त्या , सुशांत सिंह राजपूत की मौत , नशे के कारोबार और हाल ही में हुए नौ सेना के जवान की ह्त्या जैसे छोटे मोटे अपराधों पर सवाल उठा कर नाहक ही सरकार ,पुलिस ,मंत्री जी का टाईम खोटी न किया करें।

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