बेशक कुरैशी और हामिद अंसारी जैसे सफेदपोश मुस्लल्ले बार बार अपने कथनों और किताबों से भारत को मुसलमानों के लिये दुनिया में सबसे खराब और खतरनाक स्थान बताने और समझाने में लगे हैं मगर असलियत में मुगलिया आतंक से पीड़ित दुनिया खुद इन सबसे कैसे निपट रही है , यही काफी है सब सच को समझने के लिए .

बात बात पर अपनी कौम की बादशाहत कायम करने के लिए जेहाद पर निकल जाने वाले और दुनिया में खुद के 56 कौम बताने वालों के लिए धीरे धीरे बहुत सारे देशों के दरवाज़े हमेशा के लिए बंद होते जा रहे हैं और ऐसा खुद उनकी करतूतों /अपराधों की प्रतिक्रिया में हो रहा है .

चीन ने तो खैर उइगर मुस्लिमों के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी हैं और मस्जिद मदरसे तो दूर कब्र तक को खोद खाद के सब कुछ नेस्तनाबूत कर डाला और मुगलिये खलीफा बने तुर्की पाकिस्तान जैसे देश चुपचाप बैठ कर अपनी मैय्यत जाती देखते रहे .

अब फ्रांस , न्यूजीलैंड के बाद भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका भी इस मुगलिया कट्टरपंथ को अपने देश से पूरी तरह कुचलने की तैयारी कर चुका है . और कट्टर मुगलिया रिवाजों , दाढ़ी , बुर्का और कट्टरपंथ के स्कूल बने मदरसों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुका है .

यही हाल रहा तो एक दिन , दुनिया के लिए भस्मासुर साबित हो रहै ये कट्टरपंथी सिर्फ अपनी कबीलाई दुनिया में ही अपनी ऊंटों पर बैठ कर एक दूसरे का जिबह करके जन्नत जाने की तैयारी में लगे होंगे और देर सवेर ये होगा ही . लेकिन इस बीच भारत में रह कर भारत को तोड़ने और कोसने वाले मुगलों को अपनी आंखें खोल कर अपने अदंर और आसपास देखना चाहिए .

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