तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक 17 साल की नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के मामला सामने आया है. जिसके बाद शनिवार को ट्विटर पर #HyderabadRape ट्रेंड हो रहा है .

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना बीजेपी ने आरोप लगाया है कि यौन शोषण की घटना में शामिल पांच लड़कों में से तीन लड़के नेताओं के बेटे हैं। इनमें से एक लड़का AIMIM के विधायक का बेटा है। एक राज्य के अल्पसंख्यक बोर्ड के अध्यक्ष का बेटा और तीसरा मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति TRS के नेता का बेटा है। वहीं पुलिस 5 में से तीन आरोपियों को नाबालिग बता रही है।वहीं इस मामले में पुलिस AIMIM विधायक के बेटे के आरोपित होने से इनकार कर रही है।

इधर नाबालिग लड़की से हुए दुष्कर्म के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इनसोम्निया एंड एम्नेशिया पब पार्टी की योजना इंस्टाग्राम पर बनाई गई थी और इस पार्टी में शहर के अलग-अलग इलाकों के लगभग 200 लोगों ने भाग लिया था। कार्यक्रम के लिए आयोजकों ने स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी में शराब और स्मोकिंग की परमिशन नहीं होगी। इसके साथ ही इस पार्टी में हिस्सा लेने वाले लोगों के लिए कहा गया था कि अगर कोई शराब पीकर पार्टी में आता है तो उस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस पार्टी में शामिल हुए लोगों में से सभी 11वीं और 12वीं क्लास के छात्र थे। ये सभी छात्र रईस परिवारों से ताल्लुक रखते थे। वहीं इनमें कुछ नेताओं और बड़े अफसरशाही परिवार से संबंध रखते थे. पुलिस का कहना है कि विधायक का बेटा बेकरी के पास ही इनोवा कार से उतर गया। इसलिए वह उस अपराध का हिस्सा नहीं था। पुलिस को आशंका है कि कार जब बदली गई, इसी दौरान लड़की का गैंगरेप किया गया।

वहीं डीसीपी वेस्ट जोन जोएल डेविस का कहना है कि पीड़िता अपराध में शामिल लड़कों के बारे में कुछ बता नहीं सकी है, क्योंकि वह उन्हें पहले से नहीं जानती थी। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि 18 साल के सदुद्दीन मलिक और उमैर खान को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, पांच में से 3 आरोपित नाबालिग हैं। नाबालिग होने के कारण इनके नाम और पिता के नामों का खुलासा नहीं किया गया है।

जाहिर है नाबालिग से गैंगरेप के मामले में सियासी परिवारों और बड़े ब्यूरोक्रेटस परिवारों के लड़कों के शामिल होने की बात सामने आ रही है. इसलिए जांच का दायरा बढ़ेगा . लेकिन इस बीच सवाल उन लोगों से है जिन्होंने उन्नाव रेप, हाथरस रेपकांड या फिर दिसंबर 2019 में हैदराबाद में ही वेटनरी डॉक्टर को रेप और जिंदा जलाने के बाद आरोपियों के एनकाउंटर को लेकर विधवा विलाप किया था. सोशल मीडिया पर अपना प्रोपेगेंडा चलाया था. इन लोगों ने आज एक बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में क्यों नहीं कुछ बोला ?

आपको याद होगा किस तरह से उन्नाव रेप मामले में वामपंथी पत्रकारों ने आरोपियों का धर्म, जाति और गोत्र बताकर मामले का सांप्रदायिकरण किया था. लेकिन कल तक हंगामा मचाने वाले आज बलात्कारियों का धर्म देखकर सन्नाटे में छिपे हुए हैं ।यहां तक कि उस समय लिबरल पत्रकारों की वजह से #HangBrahminRapists ट्विटर पर ट्रेंड हुआ था. दरअसल आज मौन रहने की वजह है इस गैंगरेप मामले में M समुदाय के लड़कों का नाम सामने आना , तो भला कैसे इनके मुंह से दो शब्द निकलेंगे, कैसे ये लोग सोशल मीडिया पर कुछ लिखेंगे ?

ये वही लोग हैं जो कहते फिरते हैं कि आतंकवाद और दुष्कर्म करने वाले अपराधी का कोई धर्म या कोई जाति नहीं होती। और यही लोग अवसर के अनुसार अपने इसी उसूल को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ते। जिस तरह हैदराबाद गैंगरेप मामले में इन सभी ने चुप्पी साधी हुई हैं उससे इनका घिनौना चेहरा देश के सामने आ गया।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.