दक्षिण कोरिया एक शांति प्रधान देश है जो ऊपर में उत्तर कोरिया और पूर्व में जापान तथा पश्चिम में चीन से घिरा हुआ है जहां की मुख्य आबादी बौद्ध और ईसाई धर्म को मानती है।

यूनिवर्सिटी एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत बहुत सारे देश के विद्यार्थी दक्षिण कोरिया पढ़ने के लिए जाते हैं जिनमें कई धर्मों के विद्यार्थी शामिल होते हैं परंतु अब ऐसे ही गए प्रवासी विद्यार्थियों ने दक्षिण कोरिया में एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है। दक्षिण कोरिया के शहर डेगू में मुख्यता पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए इस्लाम धर्म को मानने वाले विद्यार्थियों ने एक मस्जिद का निर्माण शुरू किया है जिसके बाद वहां के रहने वाले स्थानीय निवासियों ने इसके खिलाफ विद्रोह कर दिया है, उनका कहना है मस्जिद के निर्माण के बाद पूरे इलाके में अशांति फैलेगी, ध्वनि प्रदूषण होगा, भीड़ भाड़ बढ़ेगा और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा। उनका कहना है कि मस्जिद निर्माण होने स्थिति में वह सहज नहीं महसूस कर पा रहे हैं, अपनी संस्कृति के खिलाफ इससे खतरा बता रहे हैं।

पहले विश्वविद्यालय के छात्र एक छोटे से कमरे में नमाज अदा किए करते थे परंतु 2020 में उन्होंने एक संकीर्ण गली में एक छोटा सा प्लॉट खरीदा और उस पर स्थानीय नगर इकाई से मस्जिद बनाने की अनुमति प्राप्त की, इसके बाद वहां मुसलमान छात्रों की संख्या बढ़ने लगी जिस गली में मस्जिद के लिए प्लॉट खरीदा गया है वह बहुत संकीर्ण है, वहां पर कार के लिए भी आने के लिए जगह नहीं है, वहां सिर्फ मोटरसाइकिल बाइक स्कूटी जा सकती है, जिसके बाद भीड़भाड़ से परेशान होकर के स्थानीय लोगों ने नगर इकाई में शिकायत किया इसके बाद 2021 में मस्जिद बनाने पर रोक लगा दी गई परंतु बाद में उन्होंने (मुस्लिम) कोर्ट में केस किया वह कोर्ट में केस जीत गए, जिसके बाद से लगातार इस मामले में वहां के स्थानीय निवासी विरोध कर रहे हैं ,रास्ते को जाम किया जा रहा है, जगह-जगह पर तख्ती और बैनर लगाए जा रहे हैं ,मुस्लिम छात्रों को आतंकवादी कह करके संबोधित किया जा रहा है ,उनके मस्जिद निर्माण स्थल पर कटे हुए सूअर के मांस फेंके जा रहे हैं और सूअर का सिर रखा जा रहा है जो कि इस्लाम में हराम है।

अभी दक्षिण कोरिया में अब प्रवासियों की संख्या लगभग 4% हर साल लगभग 4000 मुस्लिम दक्षिण कोरिया में शादी करते हैं और दक्षिण कोरिया में नागरिक नियमों के अनुसार 2 साल शादी करने के बाद वहां की नागरिकता मिल जाती है जिसके बाद से लगातार अप्रत्याशित रूप से दक्षिण कोरिया में मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है और इसमें शादी के द्वारा किया गया  यह कदम ज्यादा कारगर साबित हो रहा है,दक्षिण कोरिया में मस्जिद का विरोध जिसके कारण भी बहुत सारे दक्षिण कोरियाई लोगों को दिक्कत है उनका कहना है कि धीरे-धीरे यह अपनी जनसंख्या बड़ा करके इस देश की शांति को भंग कर सकते हैं यहां की कला और संस्कृति को खतरे में डाल सकते हैं।

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