24 साल की एक लड़की जिसके सपने बहुत बड़े थे, जो खुले आसमान में उड़ना चाती थी, जो बेहद ही महत्त्वाकांक्षी थी, जो अपने हुनर के दम पर अपने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना चाहती थी, लेकिन शहजाद नाम के दरिंदे ने उसके सारे सपने , उसकी सारी इच्छाओं को अपनी हवस की भूख मिटाने के लिए कुचल दिया.

बिजनौर में 10 सितंबर को खो-खो की नेशनल लेवल की खिलाड़ी बबली की दरिंदे शहजाद ने बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी , घटना के बाद से ही पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई थी, आखिरकार पुलिस ने उस दरिंदे शहजाद उर्फ खादिम को गिरफ्तार कर लिया जिसने बलात्कार में नाकाम होने पर बबली की गला दबाकर हत्या कर दी थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बबली के दोस्त की ओर से मुहैया कराई गई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग की मदद से पुलिस शहजाद तक पहुंची। वो रेलवे स्टेशन पर मजदूरी का काम करता था और उसे नशे की आदत थी । पुलिस को आरोपी के पास से खून के धब्बे वाली शर्ट, रस्सी, चप्पल और शर्ट के टूटे बटन भी मिले हैं।

पुलिस के मुताबिक 10 सितंबर को बबली जब एक जॉब इंटरव्यू देकर लौट रही थी उसी दौरान शहजाद ने उसे खींच लिया और रेलवे स्लीपर्स के बीच खाली जगह पर ले गया। लेकिन आरोपी शहजाद को ये पता नहीं थी कि उसकी ये घिनौनी हरकत बबली के फोन में रिकॉर्ड हो रही है , दरअसल बबली वारदात से पहले अपनी दोस्त से बात कर रही थी , इसी दौरान शहजाद ने उस पर हमला बोला,  इसके बाद दोस्त ने मोबाइल पर बबली के चिल्लाने सी आवाज सुनी जिसमें वह खुद को छोड़ देने की भीख मांग रही थी, जब बबली की दोस्त ने उसकी आवाज सुनी तो बिना समय गवाएं उसके एक पड़ोसी को इसकी जानकारी दी।

करीब 100 मीटर दूर रेलवे ट्रैक के सीमेंट ब्लॉक के बीच पाया. वह मृत पड़ी थी और गले पर गला घोंटने के निशान थे. उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने मामला जीआरपी का बताकर पल्ला झाड़ लिया.. मामला जब हाईप्रोफाइल हो गया तो स्थानीय थाने को सौंप दिया गया. डीआईजी ने कहा कि इस केस को गंभीरता से लेकर जांच किया गया. एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान बबली के फोन की लास्ट लोकेशन आदमपुर गांव में मिली। उसके बाद शहजाद को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

24 साल की खो-खो की खिलाड़ी के सपने उसी के साथ खत्म हो गए, आज परिवार में मातम पसरा हुआ है ,क्योंकि उन्होंने अपनी लाडली, अपने परिवार की होनहार उम्मीद को खो दिया है, जाहिर है शहजाद जैसे कई भेड़िये हमारी बहन बेटियों पर घात लगाए बैठे हैं जिनसे हमें, हमारे समाज को सतर्क रहने की जरुरत है ताकि हमारी बेटियां खुले आसमान में अपनी उड़ान भर सके…  

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