वर्ष 1946 में भारत की स्वतंत्रता के पूर्व ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ के अंतर्गत मुसलमानों ने पश्चिम बंगाल प्रांत तथा उस समय का पूर्वी बंगाल (आज का बांग्लादेश) में हिन्दुओं पर आक्रमण किए । तब से आज तक इस भाग में हिन्दुओं पर आक्रमण जारी हैं । मुसलमानों के आक्रमणों का हिन्दू प्रतिकार कर रहे हैं; परंतु राज्य सरकार की दमन नीति हिन्दुओं को रोक रही है । ऐसा होते हुए भी हिन्दू जागृत होकर संघर्ष कर रहे हैं । बंगाल में आज स्थिति इस्लामिक राष्ट्र के समान हो गई है । बंगाल के हिन्दुओं जैसी स्थिति भारत के अन्य राज्यों में न हो, इसके लिए हिन्दुओं का सतर्क रहना आवश्यक है, ऐसा आवाहन कोलकाता, बंगाल स्थित ‘ पश्चिम बंगेर जन्य’ के अध्यक्ष श्री. प्रकाश दास ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘पश्चिम बंगाल के हिन्दुओं की वर्तमान स्थिति !’ इस विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में वे बोल रहे थे ।
श्री. प्रकाश दास ने आगे कहा, बांग्लादेश की सीमा बंगाल सहित भारत के 5 राज्यों से जुडी है । इन सभी राज्यों में बांग्लादेशी घुसपैठ कर रहे हैं । बंगाल राज्य अब एक ‘स्लीपर सेल’ बन चुका है । बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों को सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, परंतु बांग्लादेश से प्रताडित होकर स्थलांतरित हुए हिन्दुओं की अनदेखी की जाती है । बंगाल की वर्तमान ममता बनर्जी सरकार के काल में हिन्दुओं पर आक्रमण तो हो ही रहे हैं, तथापि हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों अथवा अन्याय की शिकायत भी पुलिस-प्रशासन नहीं लिखता । सरकारी योजनाओं, सुख-सुविधाओं का लाभ केवल मुसलमानों को दिया जाता है तथा हिन्दुओं को इससे वंचित रखा जा रहा है । बंगाल का सांस्कृतिक इतिहास है । अनेक संत-महात्मा यहां हुए । उनका आदर्श सामने रख इस संघर्षपूर्ण स्थिति में भी हिन्दू संगठन का हमारा कार्य जारी रहेगा, ऐसा श्री. दास ने कहा ।
आपका,
श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति,
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