कांग्रेस पार्टी के बारे में एक बात जो जगजाहिर है वो है कांग्रेस की ‘तुष्टीकरण’ की नीति. जिसके बल पर वो आज तक राजनीति करती आई है. भले ही कांग्रेस की तुष्टीकरण की सियासत को देश की जनता ने नकार दिया हो लेकिन भला कांग्रेस अपनी मूल प्रवृत्ति का कैसे त्याग सकती है। कांग्रेस का एक विशेष समुदाय से प्रेम रह-रह कर सामने आ ही जाता है. राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार शायद इस मामले में नंबर एक पर है.

राजस्थान में कांग्रेस के शासन में वहां रहने वाले हिंदुओं के प्रति सरकार का रवैया किस तरह का है, इसका अंदाजा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट को देखकर आप बखूबी लगा सकते हैं। दरअसल सीएम गहलोत ने जो ट्वीट किया है उसके बाद से तो अशोक गहलोत का दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है. जिसके बाद लगातार सोशल मीडिया लोग राजस्थान सरकार को घेर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीगंगानगर जिले के रामसिंहपुर गांव में रविवार को खेत में छोटे तालाब में नहाते समय डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई। इनमें दो लड़कियां और तीन लड़के शामिल हैं। ये पांचों बच्चे हिंदू परिवार के थे। घटना के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा  ‘श्रीगंगानगर में रामसिंहपुर क्षेत्र के उदासर गांव में खेत में पानी की डिग्गी में डूबने से पांच बच्चों की मृत्यु का समाचार बेहद दुखद है। मेरी गहरी संवेदनाएं बच्चों के माता-पिता एवं परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें इस अत्यंत कठिन समय में सम्बल प्रदान करें।’

वहीं, दूसरी घटना जोधपुर जिले की है जहां के बेंदती कला गांव के तालाब में डूबने से दो मुस्लिम युवकों की मौत हो गई। इस घटना पर सीएम ने ट्वीट करते लिखा  ‘जोधपुर के बेंदती कला गांव के तालाब में डूबने से दो युवकों श्री रहमतुल्लाह एवं श्री अकरम की मृत्यु दुखद है। मैं ईश्वर से मृतकों की आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिवारों को हिम्मत देने की कामना करता हूं। मृतकों के परिजनों को चिंरजीवी दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मैं पुनः प्रदेश की जनता से अपील करता हूं कि बारिश के मौसम में हरसंभव सावधानी बरतें। छोटी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।’

दोनों घटनाएं रविवार की हैं और दोनों घटनाओं को लेकर सीएम ने ट्वीट भी उसी दिन किया है, लेकिन सीएम के ट्वीट के बाद लोगों का कहना है कि पांच हिंदू बच्चों की मौत पर सीएम ने सिर्फ संवेदना जताई, वहीं दो मुस्लिम युवकों की मौत पर संवेदना के साथ पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात कही है। इससे साफ हो गया है कि हिंदुओं के प्रति सरकार की मानसिकता क्या है।

वहीं इस मामले में बीजेपी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “आज ही के दिन में राजस्थान में दो दुखद घटना घटित हुई , एक में मुख्यमंत्री जी ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख मुआवज़ा , दूसरी में ख़ाली सांत्वना क्योंकि नाम अलग-अलग हैं ?”

अब अशोक गहलोत करें भी तो क्या ? सेक्युलरिज़्म की आड़ में एक धर्म विशेष की पिछलगू बन चुकी कांग्रेस को आज भी उसी ढर्रे पर चलने का आलाकमान की तरफ से निर्देश जो मिला है !

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