बिना श्रेणी क्यूँ बे चीन :हाउ इज द होश :फटी पड़ी है शाब इन दिनों हिन्दुस्तान ने जो तेवर और ताबड़तोड़ बना रखा है वो युगों बाद सुलगा हुआ बारूद है | अपने नामुराद पड़ोसियों की कान...
बिना श्रेणी भक्क ! विशेष समुदाय कहने वाली डरपोक मीडिया जिस तरह से आजकल पप्पू कह देने से पूरा ब्रह्माण्ड समझ जाता है कि बात भारत के चश्मो चराग जनाब युवराज डोरेमोन गाँधी जी...
बिना श्रेणी देश के हर सिलेबस में पढ़ाया जाना चाहिए इनके बारे में हिन्दुस्तान अद्भुत प्रतिभाओं का देश है , ऐसे ऐसे दुर्लभ गुणों की योग्यता संपन्न दिव्य मनुष्यों की धरती होने का सौभाग्य हमेशा से ही...
बिना श्रेणी चीन की दीवार से टकराकर क्यों टूट जाता है ‘जिहाद’! यूँ तो अब इस दुनिया में जिहाद का मौसम हमेशा ही बना रहता है मगर जब जब कोई आपदा विपदा पहले ही इंसानियत पर...
बिना श्रेणी कोरोना वैक्सीन हराम है : फतवा जारी तो आखिर कोरोना वैक्सीन भी हराम घोषित हो ही गई | वैसे इतने दिनों तक वो अपने हरामपन वाली कैटेगरी तक कैसे नहीं पहुँच...
संस्कृति संस्कृति युनिसैक्स पार्लर और युनिसैक्स जिम : लव जिहाद के दो स्पॉट आज से दस वर्ष पूर्व , यौन शोषण के मुकदमे सुनने के लिए गठित विशेष त्वरित अदालत में अपनी नियुक्ति के दौरान , लव...
कला चरसी बॉलीवुड जैसी की आशंका थी और इस बात की भी पूरी संभावना थी कि देर सवेर ही सही , इस तरह की संदेहास्पद घटनाओं /दुर्घटनाओं...
बिना श्रेणी अभी तो अच्छे दिन आने ,बस शुरू हुए हैं आज समाचारों की सुर्खियों को देखिये तो आपको खुद ब खुद यकीन होने लगेगा कि ,भाजपा की इस सरकार और इससे पिछले सरकार ने...
बिना श्रेणी नो ( मोर), गाँधी प्लीज़ इस देश की मिटटी ही कुछ ऐसी है की समय पड़ने पर कोई भी अपनी तरफ से कम से कम भागदौड़ में कोई कमी...
राय राय राय राय राय राय राय कानून नहीं चईये ,पुलिस भी नहीं चइये ये : और “ये वाली किताब” भी नहीं चईये एक सिनेमा में हीरो का सबसे पसंदीदा डायलाग होता है , “इतनी जल्दी भी क्या है ,अभी तो मैंने शुरू भी नहीं किया है...