दाऊद के इशारे पर उर्दू वर्ड जिस तरह से भारत की संस्कृति को खराब कर रहा है उसका उदाहरण एक बार फिर देखने को मिला है। अपनी फिल्म ब्रह्मास्त्र के प्रमोशन के लिए रणबीर आलिया बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंच गए यह वही रणवीर कपूर है जो गर्व से कहते हैं कि वह गाय का मांस खाते हैं।

ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि कुछ भी खाना आपकी निजी प्राथमिकता है मगर उसका ढोल क्यों पीटा जाता है जबकि बहुसंख्यक हिंदू समाज गाय का पूजन करता है। क्या इसी अधिकार और बड़प्पन के साथ यह लोग बता सकते हैं कि यह लोग सूअर का मीट खाते हैं ऐसा नहीं करेंगे ..क्योंकि इन्हें दूसरे समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत होने का डर है मगर हिंदू समाज के साथ कुछ भी ये लोग कर सकते हैं।

नंदी की मां गाय है और ऐसे में गाय का मांस खाने वाला फिर नंदी वाले बाबा महाकाल के दर्शन कैसे कर सकता है ऐसे में रणबीर आलिया का विरोध हुआ जो कि जायज है और अब तक रणबीर ने माफी नहीं मांगी है।

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