चीन के चहेते राहुल गांधी!

चीन के साथ भारत का सीमा विवाद तमाम भारतवासियों को एकजुट कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ जयचंद ऐसे भी हैं जो इस मुद्दे पर मोदी विरोध का नाहक पजामा पहनकर देश के सामने अपनी नंगई दिखा रहे हैं। इतिहास गवाह है कि भारत के इन दगाबाजों की लिस्ट लंबी है और वक्त वक्त पर इन्होंने भारत की सम्प्रुभता के खिलाफ ही काम किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अक्सर सरकार पर तल्ख तरीके से टिप्पणी कर सवाल पूछते हैं और अपनी किरकिरी कराते हैं। राहुल गांधी की टिप्पणियों से देश की जनता में यह संदेश जाता है कि चीन की सेना भारतीय सरहदों में घुस गई है और देश की सुरक्षा खतरे में है।
राहुल गांधी अपनी टिप्पणियों से परोक्ष रूप से चीन को फायदा पहुंचाने की कोशिश करते हैं, जानकार बताते हैं कि राहुल गांधी के चीन के साथ संबंध बेहद मधुर हैं। 2017 में जब भारत- चीन के बीच डोकलाम में विवाद चल रहा था उस समय राहुल गांधी रात के अंधेरे में चुपचाप चीनी राजदूत से मिलने गए थे और यह बात कांग्रेस ने देश से छिपाई थी। जब चीनी दूतावास ने इस खबर को सार्वजनिक कर दिया था तब जाकर राहुल गांधी ने इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया था। कांग्रेस पार्टी द्वारा दबाव देने पर चीनी दूतावास ने इस खबर को अपनी वेबसाइट से हटा दिया था। इस खुलासे के बाद पूरे देश में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की छीछालेदर हुई थी और उसके बाद राहुल गांधी ने खुद ही ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। देश जानना चाहता है कि आखिर उस रात की मुलाकात को कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी क्यों छुपा रहे थे? चीनी राजदूत से मिलने के लिए राहुल गांधी ने आखिर आधी रात का समय ही क्यों चुना? आज तक पूरी कांग्रेस पार्टी इन सवालों पर चुप्पी साधे हुए है।
Sonia Gandhi and her entire family’s China visit in 2008 is significant. Back then, she or any of her children weren’t holding any public office, then on what basis did they accept Chinese hospitality?
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 18, 2020
Why is the family’s interest, from Doklam to Ladakh, above national interest? pic.twitter.com/kMGOYcnEis
इसके अलावा राहुल गांधी का चीन प्रेम समय-समय पर जाहिर हुआ है जब राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए थे तब उस समय चीन दूतावास ने भारत सरकार से विशेष आग्रह किया था कि उन्हें प्रोटोकॉल देते हुए विशेष तौर पर विदा करने की अनुमति दी जाए। इसके अलावा जब राहुल गांधी जर्मनी दौरे पर गए थे तब उन्होंने कहा था कि भारत को अमेरिका के साथ साथ चीन से भी संबंध मधुर करनी चाहिए। सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ था जब 2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान चीन की सरकार ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके दामाद उनके नाती उनके बेटे उनकी बेटी के साथ आमंत्रित किया और पूरा गांधी परिवार उनका चीफ गेस्ट बना था।
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