बीते दिनों कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या मामले में NIA ने बड़ा खुलासा किया है. हर्षा हत्याकांड की जांच करने वाली एनआईए ने बताया कि हर्षा की हत्या हिजाब विवाद के बीच सांप्रदायिक हिंसा को अंजाम देने के लिए की गयी थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2 मार्च को जब हर्षा की हत्या की जांच के लिए अधिकारी शिवमोगा पहुंचे तो उन्हें पता चला कि ये हत्या एक साजिश के तहत की गई थी। इसका मकसद सांप्रदायिक हिंसा को जन्म देना था। कर्नाटक से शुरू हुए बुर्का विवाद के बीच पूरे राज्य में दंगे भड़काने की उनकी योजना था। इस बात का जिक्र NIA ने अपनी एफआईआर में भी किया है। इसमें बताया गया कि हर्षा की हत्या से राज्य में खौफ पैदा करने की कोशिश की गई थी। आरोपियों की मंशा हथियारों का इस्तेमाल कर लोगों को डराने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की थी।

बता दे आपको हत्या से कुछ दिन पहले ही हर्षा ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के ख़िलाफ़ और भगवा शॉल के समर्थन में पोस्ट लिखी थी। जिसके बाद 20 फरवरी को 26 साल के हर्षा की इस्लामिक कट्टरपंथियों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी. हर्षा की हत्या के बाद हर्षा को इंसाफ दिलाने के कर्नाटक के साथ ही पूरे देश में आवाज उठनी शुरू हो गयी थी. और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए मांग की जा रही थी. जिसके बाद जांच का जिम्मा NIA को सौंपा गया.

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