IAS – कड़वा सच
IAS और उसका रुतबा और उस रुतबे के पीछे की सड़ांध, खोखलापन। आजादी के बाद से ही ये सड़न बढ़ती जा रही है, इसकी जकड़ इस देश के नागरिकों का ही दम घोंट रही है, उनके जीवन स्तर को गिरा रही है, भारत के लोकतंत्र के प्रति क्रोधित कर रही है और भारत जैसे युवा देश की प्रगति के मार्ग के आड़े आ रही है।