बांग्लादेश में , माँ काली की तीन प्राचीन मूर्तियों को तोड़ा गया

जिन मुगलों को आज तक सिर्फ विध्वंस , नाश करना , तोड़ना फोड़ना ,नष्ट करना ही आता हो वही इनकी ज़िंदगी का मकसद और दुनिया में सिर्फ यही एक काम हो करने वाला तो ऐसे में फिर इनसे इससे अधिक या अलग की उम्मीद रखना ही बेमानी है।
हज़ारों सालों से अपनी वहशत और इस कबालाई प्रथा को अपने बुर्के दाढ़ी में छिपाए ये पूरी दुनिया में सिर्फ बर्बादी और इंसानियत को मिटाने के जेहाद में लगे हुए हैं। कायरों की तरह बम बंदूकों की दहशत का जोर जब इन पर नहीं चलता तो कहीं लव जेहाद ,कहीं जमीन जेहाद जैसे अपराधों में लिप्त हो जाते हैं उससे भी न हुआ तो किसी मंदिर , किसी मूर्ति , आदि को तोड़ कर अपनी जहालत का परिचय संसार को देते रहते हैं।
भारत के दोनों तरफ के मुग़ल पड़ोसी इन दिनों फाकाकशी और मुफलिसी के जिस दौर से गुजर रहे हैं उसमें अपनी ही जलालत और जहालत के वहशीपन में हिन्दुओं , हिन्दू बस्तियों ,मंदिरों और मूर्तियों को तोड़ कर ,जला कर ,फेंक कर अपने गजवा ए हिन्द के चकनाचूर हो चुके ख़्वाब की खीज मिटा रहे हैं।
Three idols of Hindu Goddess Kali were vandalised at a temple in Pabna district of central Bangladesh early Friday. The criminals also looted all the ornaments from the idols. https://t.co/M95tlnF1oj
— Ratri Bose (@RatriBose3) December 13, 2020
***पोस्ट में प्रयुक्त चित्र प्रतीकात्मक है और गूगल खोज इंजन से साभार लिया गया है।
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