1990 की वो काली रात और खौफनाक मंजर शायद ही कोई कश्मीरी पंडित उस जख्म को भूल पाए. हजारों कश्मीरी पंडितों को अपना घरबार छोड़ कर भागना पड़ा था। कई कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई थी।यह सब किसी बुरे सपनों जैसा था। आज 32 सालों के बाद ये जख्म फिल्म कश्मीर फाइल्स के जरिये फिर ताजा हो उठे है. मशहूर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री द्वारा बनी इस फिल्म की स्क्रीनिंग पहले जम्मू और फिर दिल्ली में की गई.

विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. दरअसल उन किस्सों के बारे में लिखना, उन्हें दूसरों तक पहुंचाना इतना आसान नहीं होता जिसे याद करते ही दर्द और कभी ना भूल पाने वाली पीड़ा सामने आ जाये. लेकिन जिस तरह से विवेक अग्निहोत्री ने अपनी टीम के साथ काम किया है वो काबिले तारीफ है. सोशल मीडिया पर फिल्म के रिव्यूज बहुत ही शानदार मिल रहे हैं जिससे लगता है कि फिल्म रिलीज से पहले ही हिट मानी जा रही है .

1992 के बाद से कई निर्देशकों ने कश्मीर के मुद्दे पर फिल्में बनाई लेकिन कभी भी उन फिल्मों में कश्मीरी पंडितों के दर्द को किसी ने भी नहीं दिखाया. दुनिया ने धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की खुबसूरती देखी लेकिन हजारों बेगुनाह हिदुओं के खून से सनी मिट्टी को किसी ने नहीं देखा. लेकिन विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को जिस सच्चाई और साहस के साथ परदे पर उतारा है उससे वे कईयों के निशाने पर भी आ गये हैं .

जिस स्याह सच को निर्देशक ने उठाया है उसे अब तक नजरअंदाज करते रहे. एक समय था जब विदेशों के बदले कश्मीर में फिल्मों की शुटिंग होती थी होती थी लेकिन किसी ने भी घाटी में हिंदुओं के नरसंहार और पलायन को परदे पर उतारने की हिम्मत नहीं जुटाई. आलम ये हुआ कि बॉलीवुड कश्मीर को भूलता चलता गया। जिस बॉलीवुड ने अपनी कई प्रेम कहानियां कश्मीर से सुनाईं उसी बॉलीवुड ने कश्मीर के दर्द की कहानी को कहना ज़रूरी भी नही समझा। इसलिए कश्मीर की सच्ची कहानी देश और दुनिया को बताने के लिए ये फिल्म जरुर देखें. जिस तरह से बॉलीवुड ने आतंकवादियों को हीरो बनाकर जहरीला नेरेटिव स्थापित करने की कोशिश की जिस सच को वाले बॉलीवुड ने जानबूझ कर नही दिखाया पहली बार कश्मीर का वो सच सामने आ रहा है.

हाल ही में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग जम्मू में रखी गई. लेकिन जब फिल्म खत्म हुई तो सिनेमा हॉल में बैठा कोई ऐसा शख्स नहीं था जिनके आंखों में आंसू नहीं थे. इस वीडियो को खुद डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने ट्विटर पर शेयर किया है. अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती के अलावा, पल्लवी जोशी, प्रकाश बेलावडी जैसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकारों से सजी यह फिल्म आपके पलकों को झपकने भी नहीं देगी। यह फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

आखिर में फिल्म का ट्रेलर जरुर देखिए :- https://www.youtube.com/watch?v=A179apttY58।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.