एक तो फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड पहले से ही बर्बादी की राह पर है. वही घिसी पिटी घटिया स्क्रिप्ट, चुराए हुए संगीत और तो और कुछ फिल्मों में जिस तरह से भारतीय संस्कृति का अपमान किया गया है उसे देखते हुए दर्शकों का पूरी तरह से बॉलीवुड से मोह भंग हो चुका है.

बॉलीवुड की पिछली कई फ़िल्में अच्छी स्क्रीन्स पर आने के बावजूद दर्शकों को सिनेमाघर तक खींच नहीं पायी. इसका ताजा उदाहरण है फिल्म “शमशेरा” जो बुरी तरह फ्लॉप रही . लेकिन ये परेशानी का सबब उनके लिए है जिनकी फिल्में जल्द ही रिलीज होने वाली है . जिसमें आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा भी है.

दरअसल बॉक्स ऑफिस पर जो ट्रेंड दिख रहा है उसे देखते हुए साफ कहा जा सकता है कि इन दिनों लाल सिंह चड्ढा के लिए आमिर खान भी जरूर परेशान हो रहे होंगे. लाल सिंह चड्ढा अगले महीने 11 अगस्त को रिलीज हो रही है. आमिर खान की फिल्म के लिए एक तरफ खाई और दूसरी तरफ कुआं वाली स्थिति है. एक तो पहले ही उन्होंने हिंदु देवी-देवताओं के खिलाफ अपने कभी अपने फिल्मों में तो कभी अपने उटपटांग बयानों के जरिये जहर ही उगला है, दूसरा बॉलीवुड की फ्लॉप हो रही फिल्में. शमशेरा में बड़ी कास्ट के बावजूद फिल्म का फ्लॉप हो जाना आमिर खान के लिए कुछ अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं.

वहीं ‘लाल सिंह चड्ढा’ के ट्रेलर ने लोगों को पहले ही निराश कर दिया है, इसलिए लगता है कि आमिर खान न खुद सुधरना चाहते हैं और न ही वे जनता को कुछ नया दिखाना चाहते हैं। लेकिन ये पब्लिक इतनी बेवकूफ नहीं है जिसने कंगना रनौत को कहीं का नहीं छोड़ा, तो फिर आमिर खान किस खेत की मूली हैं? आमिर खान की फिल्म तो 11 अगस्त को रिलीज हो रही है लेकिन दर्शक अभी से उनकी फिल्म लाल सिंह चड्ढा के बॉयकॉट करने की बात कह रहे हैं. लोगों का गुस्सा इतना ज्यादा है कि उनका साफ तौर पर कहना है कि “भारत के खिलाफ बात करने वाले की फिल्म हम किसी भी हाल में नहीं देखेंगे, आमिर खान देश के आइडियल नहीं है. बल्कि हमारे आइडियल पृथ्वी राज चौहान हैं”

दरअसल हाल के दिनों में आमिर खान ने सरफरोश, लगान और मंगल पांडेय जैसी देशभक्ति फिल्में बनाईं और बड़ी चालाकी से फिल्मों के जरिए अपना एजेंडा परोसने का काम किया. सत्यमेव जयते सीरीज के जरिये भी आमिर खान ने हिंदु विरोधी एजेंडा चलाया था. वहीं पीके फिल्म के जरिए भी हिन्दू आस्था पर चोट किया..पीके फिल्म में आमिर खान भगवान शिव और बजरंग बली का पोस्टर लेकर यह दावा कर रहें थे कि भगवान नहीं है।

वहीं शमशेरा भी बॉक्स ऑफिस पर इतनी बुरी तरह पिटेगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था. लेकिन शमशेरा केवल रणबीर कपूर के लिए नहीं बल्कि पूरे बॉलीवुड के लिए ही एक अंतिम चेतावनी मानी जा सकती है .अब भी समय है, जाग जाइए, कहीं तुष्टीकरण की दौड़ में आप खुद ही आउट न हो जाएं !

 

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