प्रथम ऑनलाइन अन्तरराष्ट्रीय अखंड श्रीरामचरितमानस पाठ ‘रामोत्सव’ सम्पन्न, बना विश्व कीर्तिमान

अमेरिका, इंग्लैंड जर्मनी सहित कई देशों के रामभक्तों ने मिलकर 33 घंटे 15 मिनट अखण्ड श्रीरामचरितमानस का पाठ किया।

5 अगस्त। भोपाल के राम भक्तों के एक समूह द्वारा श्रीरामजन्मभूमि में भूमिपूजन के ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित किये गये ‘रामोत्सव’ नामक प्रथम ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय अखंड श्रीरामचरितमानस पाठ का समापन बुधवार को हुआ। यह पाठ दिनांक 4 अगस्त प्रातः 7 बजे से शुरू हुआ एवं अनवरत रूप से चलता हुआ यह मानस पाठ अगले दिन बुधवार, 5 अगस्त को शाम 4:15 बजे सम्पन्न हुआ। रामोत्सव के आयोजकों के अनुसार यह पहला अवसर है जब इस तरह का कोई ऑनलाइन अखंड रामायण पाठ सम्पन्न हुआ।

पहली बार लगभग 33 घंटे 15 मिनट लगातार आनलाइन चला पाठ
आयोजन 04 अगस्त की सुबह 07 बजे से लेकर 5 तारीख की शाम 4 बजकर 15 मिनट तक चला, जिसमें भोपाल समेत देश- विदेश की लगभग 50 टीमों ने पाठ किया। देश के पहले संस्कृत बैंड “ध्रुवा बैंड” ने भी आयोजन में सहभागिता दर्ज कराई एवं मानस का बहुत ही मनमोहक गायन किया। भारत के अतिरिक्त कनाडा, इंग्लैड, रामायण सेंटर मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो, जर्मनी, हंगरी, हॉलैंड, नेपाल, कनाडा आदि देशों के मानस प्रेमियों ने ऑनलाइन मानस का रमणीय पाठ किया।

आयोजन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल
“यह आयोजन वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स” में शामिल किया गया। यह जानकारी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारी डॉ प्रदीप मिश्रा ने दी। वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किये जाने पर ब्रिटिश सांसद श्री वीरेंद्र शर्मा, ब्रिटिश सांसद श्री आलोक शर्मा , इंग्लैंड के चेयरमैन डॉ. दिवाकर शुक्ल व अध्यक्ष श्री संतोष शुक्ला (अधिवक्ता -उच्चतम न्यायालय) ने शुभकामनायें प्रेषित की ।

हर वर्ग की रही सहभागिता
आयोजन का वैशिष्ट्य यह भी रहा कि ऑनलाइन अखंड रामचरितमानस मानस में हर उम्र वर्ग के व्यक्तियो की सहभागिता रही। वहीं लखनऊ से दिव्यांग छात्र (दृष्टिबाधित) संदीप पाल ने ब्रेल लिपि की मदद से पाठ किया।

रामायण सेंटर मॉरीशस में भी गूंज उठी चौपाइयां
‘सकल हंस में राम विराजे’ पंक्तियां चरितार्थ हुईं। सात समंदर पार लघु भारत के रूप में प्रसिद्ध मॉरीशश से 03 रामायण मंडलियों की भी सक्रिय सहभागिता रही, इस कड़ी में प्रसिद्ध रामायण सेंटर मॉरीशस के सदस्यों ने संगीतमय प्रस्तुति दी।

रामभक्तों ने पृथक पृथक अखण्ड पाठ भी किया
रामोत्सव के दौरान अनेक भक्तों ने अपने अपने घरों में रहकर अखण्ड श्रीरामचरितमानस का परायण किया। भोपाल के कुशाग्र राज तिवारी, दिल्ली के बी एम तिवारी आदि लोगों ने अपने घर में सम्पूर्ण रामायण का पाठ किया।

पूरे 33 घण्टे 15 मिनट सक्रिय रही टेक्निकल, कोआर्डिनेशन एवं बैकअप टीम
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए टेक्निकल टीम, कोआर्डिनेशन टीम एवं बैकअप टीम पूरे 34 घण्टे सक्रिय रही। गौरतलब है कि कार्यक्रम का लाइव प्रसारण ज़ूम ऐप के माध्यम से फेसबुक पर सोशल मीडिया पर किया गया जिसके लिए टेक्निकल टीम लगातार सक्रिय रही। अलग-अलग मानस मंडलियों से संपर्क स्थापित करने एवं मानस पाठ को अखंड बनाने के लिए कोआर्डिनेशन टीम एवं बैकअप टीम ने अनवरत रूप से सक्रिय रहते हुए कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया।

समापन अवसर पर भव्य श्री राममंदिर शिलान्यास कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए रामचरितमानस पाठ के समापन अवसर पर विभिन्न स्थानों पर फलदार पौधों का रोपण किया।
इस ऑनलाइन मानस पाठ का शुभारंभ अयोध्या में हनुमान गढ़ी से हुआ जिसमें वेद के विद्वान शामिल हुए। समापन प्रसिद्ध भजन गायक एवं कथा वाचक अजय याज्ञनिक दिल्ली के संगीतमय सुरों से हुआ।
अपने तरह का यह अनूठा रामायण पाठ देश दुनिया में चर्चा का कारण बना हुआ है। आयोजकों के प्रमुख सदस्य ने बताया कि रामायण की चौपाइयों का तालमेल बड़ी चुनौती थी लेकिन यह टीम वर्क से बहुत आसान हो गया।

देश दुनिया के अनेक हिस्सों से जुड़े मानस पाठ करने वालों में सुदूर गांव से लेकर शहरों में कार्यरत बड़े बड़े अधिकारी बजी शामिल थे। यही वजह है कि इसमें विविध शैलियों में पाठ सम्पन्न हुए।

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