तो आखिरकार एक बार फिर से अपनी करतूतों और अपराध के लिए , जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय का पूर्व छात्र नेता , उमर ख़ालिद दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार होकर सलाखों के पीछे पहुँच गया है | जैसा की उम्मीद थी ,(संयोग देखिये कि जहाँ देश के सभी लोगों को इसकी राष्ट्र विरोधी सोच और व्यवहार के कारण पूरी उम्मीद थी कि देर सवेर ये ऐसे ही किसी अपराध में लिप्त पाया जाएगा , वहीँ इसके पिता , जिसकी खुद की भी सोच ज़हरीली है , उसे भी अपने इस नॉटी बेटे से यही उम्मीद थी कि वो इसके जेहाद को आगे तक ले जाएगा ) , कि अब से कुछ समय पूर्व दिल्ली समेत देश के बहुत सारे हिस्सों में किए /करवाए गए दंगों , आगजनी , लूट ,तोड़फोड़ को उकसाने और बाकायदा साजिश/षड्यंत्र करने में , ये और इसके इस जैसे साथी ही सबसे अधिक ज़िम्मेदार थे | 

अदालत द्वारा दस दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए उमर खालिद को अब ,इससे पहले ही गिरफ्तार हुए और , इन्हीं दंगों के एक अन्य मास्टरमाइंड ,आम आदमी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के साथ बिठा कर इसकी तुड़ाई/कुटाई करके इनके पूरे कबीले तक पहुंचने की कोशिश करेगी | दिल्ली दंगों की साजिश रचने वाला उमर ख़ालिद , जेएनयू में एम फिल करने के दौरान छात्र नेता रहा है |

ये इसके और इस जैसे इसके दोस्तों की जाहिल व कट्टर जेहादी सोच का ही परिणाम था कि कभी देश को स्कॉलर देने के लिए विख्यात रहा विश्विद्यालय , देश विरोधी गतिविधियों के कारण चर्चा का केंद्र बन गए | 

जैसा कि , सुरक्षा जाँच एजेंसियों ने पहले भी ये साबित करके आगाह किया है कि , अनपढ़ कौम होने के कारण , उनके बीच से निकले हुए कुछ पढ़े लिखे लोग ही अपनी ज़हरीली सोच से इस्लामिक कट्टरवाद को और अधिक आगे बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार रहे हैं |

फिर चाहे वो कुछ दिन पहले देश छोड़ कर भागा आतंक का प्रोफ़ेसर डॉ ज़ाकिर नाईक हो या उच्च शिक्षा प्राप्त छात्र उमर खालिद | मुस्लिम राज्य बनने को आमादा केरल से तो हर साल , डाक्टर ,इंजीनियर जैसी तकनीकी डिग्रियाँ प्राप्त कर चुके ,मगर कट्टर इस्लामिक सोच से लिप्त ऐसे बहुत सारे लोगों के भाग कर ISISI जैसे अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन में शामिल होने की ख़बरें सामने आती रही हैं | 

इतना ही नहीं , इनके खतरनाक मंसूबों का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ,अभी हाल ही में किए गए एक सनसनीखेज़ खुलासे में ये साबित किया गया है कि ,कैसे ये जेहादी सोच वाले लोग , एक बहुत ही गहरी साजिश के तहत देश के सबसे वरिष्ठ सेवाओं (प्रशासनिक/न्यायिक सेवा आदि ) में अपने लोगों को बिठाने के लिए पैसे और समय लगा रहे हैं | हाल ही में इस बाबत दिखाई गई एक रिपोर्ट को एक समाचार चैनल द्वारा प्रसारित करने से अपनी साजिश का भंडाफोड़ होने के डर से उसे रुकवाने के लिए पूरा जोर लगा दिया गया |  

देश के कुछ चुनिंदा विश्व विद्यालयों , जामिया मिलिया , अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय , जादवपुर विश्व विद्यालय आदि को तो बाकायदा पूरा का पूरा इस्लामीकरण करके जेहाद का ऐसा अड्डा बना दिया गया है , जहाँ अब बात बार पर राष्ट्रद्रोह और देश के विखंडन के लिए सुनियोजित आयोजन /प्रदर्शन किया जाता है | अब चूंकि ये पढ़ाई लिखाई होने के कारण , ज़ाहिल से शातिर हो जाते हैं तो , आधुनिक तरीकों से लेकर तकनीकों तक का सहारा लेकर ये आम मुस्लिमों को बहला/बहका कर उनके दिमाग में इतना ज़हर भर देते हैं कि वे सब कुछ भूल कर पूरी दुनिया ,इंसानियत और खुद का सर्वनाश करने पर आमदा हो जाते हैं | 

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के आयोजित इनके ऐसे ही प्रदर्शनों में ऐसे ही षड्यंत्रों को अमली जामा पहनाने के मंसूबों को अंजाम दिया जाता है | कानून के शिकंजे में आया ऐसा ही एक छात्र ,शर्जील इमाम , लोगों को उकसा कर बाकायदा देश के हिस्से को काट कर अलग करने की हद तक की सोच और योजना को जाहिर करता है | 

इन सबको बढ़ावा देने में , न सिर्फ इनके बड़े बुजुर्ग , महिला बच्चे तक इनका साथ देते हैं बल्कि अपनी ईश पूजा /इबादत के दौरान भी इनके मौलानाओं /इमामों द्वारा भी इनका ब्रेनवाश करके उन्हें इस आतंक और जेहाद के रस्ते पर धकेला जाता है | इन्हें ये समझाया ,सिखाया ,बताया जाता है कि कैसे दुनिया भर में इस्लाम की फतह करने के लिए ,ऐसे अपराध आतंक के रास्ते पर चल कर गाज़ी/शहीद कहला कर , अपने कौम , मज़हब और ख़ुदा के प्यारे हो सकते हैं | 

बहरहाल , आज़ादी आज़ादी , शोर मचाए हुए ये तमाम जेहादी और दंगाई मानसिकता वाले ज़ाहिल आज देश के हर कोने ,अब नंगे हो रहे हैं , पकड़े जा रहे हैं और अब ताउम्र जेलों में बैठ कर इन्हें सोचने का पूरा मौक़ा मिलेगा कि भारत जैसे देश में मिली आज़ादी का दुरूपयोग करके इन्होंने देश समाज और खुद को क्या दिया ?? 

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