“सवर्ण बलात्कारी होते है!” : डॉ. उदितराज
ये इनकी विचारधारा है की ये पहले क्षुद्र थे, ग़ुलाम थे, उसी स्थिति में इन्हें वापस पहुँचा दिया जाए। ये इनकी प्रयोगशाला है की ७०-७५ साल पहले जहाँ थे वही इनको पहुँचा दे

ये इनकी विचारधारा है की ये पहले क्षुद्र थे, ग़ुलाम थे, उसी स्थिति में इन्हें वापस पहुँचा दिया जाए। ये इनकी प्रयोगशाला है की ७०-७५ साल पहले जहाँ थे वही इनको पहुँचा दे
साफ़ तौर पर डॉ उदित राज जातिवाद की ध्रुवीकरण की राजनीति कर दलितों के मसीहा बनकर उभरे है , अन्य दलित नेताओ से बहोत आगे निकल चुके है । हो सकता है कोंग्रेस अध्यक्ष पद की दावेदारी भी कर सके लेकिन फ़िलहाल अन्य किसी भी दलित नेताओ पर भारी पड़ते नज़र आते है ।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए १९ वर्षीय किशोरी मनीषा जो कि एक दलित समुदाय से आती है, का कथित बलात्कार एवं जघन्य हत्या के मामले में ट्विटर पर अपनी राय रखते हुए कांग्रेस के दलित कांग्रेस भावी अध्यक्ष पद के दावेदार एवं कोंग्रेस् के सवर्ण-दलित-मुस्लिम समर्थक के बीच समान अति लोकप्रिय नेता डॉ उदित राज ने उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ पर सत्ता की ताक़त, भेदभाव व जातिवादी होने का इशारा किया है।
लिखते है “ कौन कहता है बलात्कारी कि जाती नहीं होती जो कहते है बलात्कारी कि जाती नहीं होती वो इस केस कि देखे और अपनी सोच को दुरुस्त करे, बलात्कार करने वाले चारों सवर्ण थे।”
कौन कहता है कि बलात्कारी की जाति नहीं होती ।।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) September 29, 2020
हाथरस की दलित लड़की नहीं रही। जो लोग कहते हैं कि बलात्कार की जाति नहीं होती वे इस केस को अपनी सोच को दुरूस्त करने के लिए ताजा मामला मान सकते हैं। बलात्कारी चारो सवर्ण थे।
उदित राज यही नहीं रुके योगी आदित्यनाथ पर और आक्रामक होते हुए कहा “चारों आरोपी योगी बिष्ट के जाती का है और पिडिता दलित। इसलिए मीडिया में खबर नहीं आ रही।”
चारों आरोपी योगी बिष्ट की जाति का है , और पीङिता दलित ।इसलिए मीडिया में खबर नहीं ।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) September 29, 2020
“ये इनकी विचारधारा है की ये पहले क्षुद्र थे, ग़ुलाम थे, उसी स्थिति में इन्हें वापस पहुँचा दिया जाए। ये इनकी प्रयोगशाला है की ७०-७५ साल पहले जहाँ थे वही इनको पहुँचा दे वरना दलितों के साथ ही क्यों होता है ये सब?” जिसे कांग्रेस की अफ़िशल हैंडल ने भी अपने थ्रेड में उदित राज के हवाले से रखा है।
ये इनकी विचारधारा है कि ये पहले क्षुद्र थे, गुलाम थे, उसी स्थिति में इन्हें वापस पहुंचा दिया जाए। ये इनकी प्रयोगशाला है कि 70-75 पहले जहां थे वहीं इनको पहुंचा दे वरना दलितों के साथ ही क्यों होता है ये सब? : श्री @Dr_Uditraj #YogiResignNOW
— Congress (@INCIndia) September 30, 2020
अपने एक और ट्वीट में गाय एवं गौ भक्तों पर तंज करते हुए कहा “मनीषा दलित लड़की को आनन फ़ानन में जल्दी जला दिया गया। शुक्र है गाई नहि मारी गयी थी वरना लाखों के बीच जलाते, सम्भव है कई शहरों में अस्थि कलश घुमाते”।
मनीषा दलित लड़की को आनन फ़ानन में जल्दी जला दिया।शुक्र है गाय नही मारी गई थी वर्ना लाखों के बीच जलाते & सम्भव है कि कई शहरों में अस्थि कलस घुमाते।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) September 30, 2020
ट्विटर पर सेयर किए अपने विडीओ व ट्वीट में भाजपा पर हमला करते हुए भाजपा पर दलित और मुसलमान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए लिखा “भाजपा ने गुजरात में प्रयोग मुसलमानो को ठिकाने लगाने में किया। अब वही प्रयोग उप्र में दलितों के साथ किया जा रहा है। मनीषा की दफ़न की आग ठंडी नहीं हुई थी की बलराम पुर में दलित लड़की के साथ फिर वैसा हुआ ”।
जब- जब भाजपा की सरकार आयी है दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार हुए हैं|
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 1, 2020
जौनपुर,आजमगढ़, कानपुर, लखीमपुर खीरी और अब हाथरस में कितने जघन्य अपराध दलितों के ऊपर हुए हैं।
गुजरात के बाद में दूसरी प्रयोगशाला उत्तर भारत में शुरू हुई है।वहाँ अल्पसंख्यक के साथ किया यहाँ दलितों के साथ कर रहे हैं pic.twitter.com/ShIEuPWEil
ज्ञातव्य हो बलरामपुर घटना में आरोंपी शाहिद पुत्र हबीबुल्ला एवं साहिल पुत्र हमीदुल्लाह जो एक मुस्लिम मज़हब से आते है एवं पुलिस हिरासत में है।
भाजपा ने गुजरात में प्रयोग मुसलमानो को ठिकाने लगाने में किया।अब वही प्रयोग उप्र में दलितों के साथ किया जा रहा है।मनीषा की दफ़न की आग ठंडी नही हुई थी कि बलरामपुर में दलित लड़की के साथ फिर वैसा हुआ।@INCIndia @INCUttarPradesh
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 1, 2020
राजस्थान बलात्कार मामले में डॉ उदित राज का कोई ट्वीट या प्रतिक्रिया अभी तक संज्ञान में नहि ।
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