पशुवधगृह तथा कारखानों के कारण प्रदूषण होता है, यह गोदावरी, यमुना आदि अनेक नदियों के विषय में सरकार द्वारा दिए रिपोर्ट से स्पष्ट है; परंतु गणेशोत्सव के कारण प्रदूषण होता है, इसकी अधिकृत जानकारी, आंकडे किसी के पास नहीं है । ऐसे में गणेशमूर्ति के विसर्जन से प्रदूषण होता है, यह किस आधार पर कहा जा रहा है ? गणेशोत्सव ही नहीं, हिन्दुओं के सभी उत्सव–त्योहारों पर विविध प्रतिबंध लगाने का यह षड्यंत्र है । गणेशमूर्ति के विसर्जन से प्रदूषण नहीं होता, यह हिन्दुओं को समझना चाहिए । हिन्दुओं को इसके विषय में आवाज उठानी चाहिए और जागृति करनी चाहिए, ऐसा आवाहन इतिहास तथा संस्कृती अध्ययनकर्ता अधिवक्ता सतीश देशपांडे ने किया । वे हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित ‘क्या गणेशोत्सव से जलप्रदूषण होता है ?’ इस विषय पर विशेष संवाद में बोल रहे थे ।
इस समय कोल्हापुर के ‘हिन्दू एकता आंदोलन’ के जिलाध्यक्ष श्री. दीपक देसाई ने कहा, बहते जल में गणेशमूर्ति का विसर्जन करना, हिन्दू धर्म की परंपरा है; परंतु आज बहते जल में गणेशमूर्ति का विसर्जन करने का पुलिस–प्रशासन विरोध करता है । यह किस आधार पर किया जाता है । न्यायालय के कौनसे आदेश के अनुसार किया जाता है, इसका पुलिस–प्रशासन के पास कोई उत्तर नहीं है । कोल्हापुर की पंचगंगा नदी में 6 से 7 गंदे नालों तथा कारखानों का दूषित पानी मिल रहा है, इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है; परंतु गणेशोत्सव आते ही ये प्रदूषण के नाम पर जाग जाते हैं । इससे यही दिखाई देता है कि हिन्दुओं की प्रथा–परंपरा बंद करने के लिए यह सब किया जाता है ।
हिन्दू जनजागृति समिति के मुंबई प्रवक्ता श्री. सतीश कोचरेकर ने कहा, गणेशोत्सव से प्रदूषण होता है, ऐसा भ्रम नागरिकों में तथाकथित पर्यावरणवादी, विज्ञानवादी, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के लोग निर्माण कर रहे हैं । महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मार्च 2023 में प्रकाशित पुस्तिका में सर्वाधिक हानिकारक प्रदूषित नदियों में मुंबई की मिठी नदी, नागपुर की कन्हान नदी, पुणे की मुळा–मुठा नदियां, इनका उल्लेख किया । मार्च में तो गणेशोत्सव नहीं था, तो ये कैसा प्रदूषण था ? कारखाने, पशुवधगृह इनके कारण पूरे वर्ष होनेवाले प्रदूषण के विषय में आवाज न उठानेवाले विज्ञानवादी, सेलिब्रिटी, गणेशोत्सव से प्रदूषण होता है, इस विषय में बोलते पाए जाते हैं । कारखाने और पशुवधगृह के कारण होनेवाला प्रदूषण रोकने के लिए क्या इन्होंने कुछ किया है ? पिछले 10-12 वर्ष से कृत्रिम तालाब बनाने से प्रदूषण घट गया है, इसके आंकडे सरकार जारी करेगी क्या ? हिन्दुओं का गणेशोत्सव एवं अन्य त्योहार प्रदूषण निर्माण नहीं करते । वे जीवन में ज्ञान और आनंद बढाते हैं । गणेशोत्सव और हिन्दुओं के उत्सव–त्योहारों से प्रदूषण होता है, इस भ्रम को तोडकर हिन्दू अपने उत्सव–त्योहार खुलकर मनाएं, ऐसा भी श्री. कोचरेकर ने अंत में कहा ।
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