कैसे किया रूस से संजीव गुगलानी जी व उनके परिवार जनों और मित्रों ने हिन्दू शरणार्थियों का कन्या पूजन?
रूस में बैठे संजीव गुगलानी जी की बहुत इच्छा हुई की आदर्श नगर में रहने वाले हिन्दू शरणार्थियों के लिए कुछ करे। नवरात्रि के समय कंजक पूजा से अच्छा और क्या हो सकता था?