बिना श्रेणी बिलकुल बंद हो “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ” और “कला” के नाम पर सनातन को निशाना बनाने की प्रवृत्ति मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने मुनव्वर फारूकी के दूसरे धर्म मान्यताओं प्रतीकों का उपहास उड़ा कर पैसे कमाने की कुत्सित मानसिकता पर शोक व्यक्त...
बिना श्रेणी गौ मंत्रालय “मध्यप्रदेश सरकार का बड़ा निर्णय : सरकारी भवनों की सफाई में किया जाएगा गौमूत्र जनित फिनायल का प्रयोग मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री “मामा जी’ के रूप में जनप्रिय शिवराज सिंह चौहान भी इन दिनों योगी सरकराकर के नक्शेकदम पर चलते हुए सनातन...
बिना श्रेणी गणतंत्र दिवस को कलंकित करने वाला :ट्रैक्टर स्टंट और लालकिला सर्कस आंदोलन :हर अपराधी को होगी सज़ा कहते हैं कि , किसी की भी शराफत का ,किसी के धैर्य का इतना इम्तेहान भी नहीं लेना चाहिए कि फिर विवश होकर उसे...
बिना श्रेणी आखिर क्यों आक्रामक नहीं हो रही है सरकार पिछले कुछ वर्षों में विपक्ष द्वारा प्रायोजित हिंसक विरोध प्रदर्शनों और दंगे फसाद के समय भी जिस तरह से पुलिस ,प्रशासन और सुरक्षा एजेन्डियों...
बिना श्रेणी लागू हों , सारे लंबित कानून : सभी द्रोही एकसाथ बेनकाब किए जाएं ये बात अब पूर्ण रूप से जाहिर हो चुकी है कि मौजूदा भाजपा सरकार ने लोक कल्याण , राष्ट्र की सुरक्षा आदि के लिए...
राय महाराष्ट्र पुलिस का , क़त्ल ,ड्रग्स जैसे गंभीर अपराधों से अधिक TRP मुक़दमे को तरज़ीह दिया जाना :हैरान करने वाला है मुम्बई और महाराष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में पिछले साल जिन बातों के लिए मुमबई का नाम बार बार समाचार जगत में लिया जाता रहा वो...
अनुसंधान लालकिले पर ट्रैक्टर स्टंट का सर्कस करके चलते बने तथाकथित किसान : हो गया आंदोलन पूरा जैसा कि अंदाज़ा भी लगाया जा रहा था कि , पिछले इतने दिनों से बार बार की कोशिशों के बावजूद भी खत्म न किए...
आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा दूसरे धर्मों का अपमान करने वालों के साथ कोई रियायत नहीं : सर्वोच्च न्यायालय ने भी नहीं दी “ताण्डव”टीम को अग्रिम जमानत अब गए वो जमाने जब आप , अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कला के प्रदर्शन के नाम पर दूसरे धर्मों को , उनके प्रतीकों मान्यताओं...
बिना श्रेणी आखिर क्यों बर्दाश्त नहीं हो रहा कुछ लोगों को ये :बदलता हुआ भारत देश को जलाने ,डराने ,अपमानित करके दंगे फसाद के लिए उकसाने , पुलिस सेना ,वर्दी और हर सरकारी सम्बद्ध से प्रतिशोध लेकर व्यवस्था को...
बिना श्रेणी हर बार राजधानी दिल्ली ही क्यूँ बनती है निशाना : कहाँ होते हैं ऐसे मौकों पर “सड़ जी ” ??? आपको एक हास्य सिनेमा में राजपाल यादव द्वारा बोले गए एक संवाद के याद दिला दूँ पहले ,” हम क्या मंदिर की घंटी हैं...