देश में बहुसंख्यक हिन्दू आबादी टैक्स जमा करती है उस पैसे से पुरातत्व विभाग चलता है और उसी पैसे से ताजमहल जैसी इमारतों की देखरेख होती है,तो भला बहुसंख्यक आबादी को ताजमहल जैसी इमारतों में पूजा करने से क्यों रोका जाना चाहिए?
सऊदी अरब के प्रिंस ने ऐलान किया है कि जिस मुसलमान को हज करना है वह कोरोना वैक्सीन लगवा कर कागज साथ लेकर आए। अब ऐसे में अब्दुल भाई तो दावा करते रहे हैं कि वह हिंदुस्तान में सरकार को कागज नहीं दिखाएंगे तो अब इधर कुआं उधर खाई क्या करेंगे अब्दुल भाई?
विवेकानंद, रामकृष्ण, खुदीराम बॉस, सुभाषचंद्र को जिस तरह से कम्युनिस्ट और ममता शासन ने मिलकर नजरअंदाज किया है, बीजेपी उसी मिलीभगत के खिलाफ बंगाल की चेतना जगाकर पुनर्जागरण कर रही है।