तो आखरिकार आम लोगों ने बॉलीवुड की सारी गंदी असलियत को बार बार सामने आता देख समझने के बाद आखिरकार बॉलीवुड की हर पिक्चर का वही हश्र करना शुरू कर दिया है जिसकी वे हकदार थीं। किसी भी बड़े बैनर , बड़े बड़े सुपर स्टार बनने वाले अभिनेताओं /अभिनेत्रियों और बार बार करोड़ों रूपए का कारोबार की है फिल्म ने -की शेखी बघारने वाले तमाम गैंग ,गुट को सिरे से नकारना शुरू कर दिया है। सारी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधें मुँह गिर रही हैं और साथ ही घमंड में चूर मदमस्त बॉलीवुड का सारा अभिमान भी।

अभी पिछले साल ही जब हिंदी सिनेमा को , अश्लीलता , अपराध , नशाखोरी , नए युवक युवतियों के शोषण , और फ़िल्मी घरानों के भाई भतीजावाद का अड्डा बना देने जैसी सारी करतूतें एक एक करके लोगों के सामने खुलने लगी तभी से लोगों ने अंतरजाल और सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर फिल्म जगत के प्रति गुस्सा और नाराज़गी ज़ाहिर करना शुरू कर दिया था। लोगों का ये गुस्सा तब नफरत में बदल गया जब , हिंदी फिल्म जगत द्वारा अपने इन अपराधों पर , कुकर्मों पर माफी मांगने या पश्चाताप करने की जगह उलटे दुनिया को ही दोषी ठहराया जाने लगा।

लोगों द्वारा नकली और छद्म जिंदगी जीते इन अभिनेताओं/अभिनेत्रियों का सच जब और जिस तरह से सामने आया उसने भारत के उस आम दर्शक को भी आंदोलित और क्रोधित कर दिया जो इन्हें फिल्मों में निभाते चरित्रों के कारण इन्हें अपना आदर्श मानता था। इतना ही नहीं , मनोरंजन के नाम पर अपनी गाढ़ी कमाई में से हज़ारों करोड़ रुपये , दो ढाई घंटे की उल जलूल पिक्चरों के लिए भी लुटाता रहा था।

गैंग और गुट वाले बड़े नामचीन सितारों के बाद , स्वरा भास्कर , ऋचा चड्ढा , जैसी अभिनेत्रियों -जिन्होंने राष्ट्रविरोधी , धर्म और समाज के प्रतिकूल टिप्पणियां और आचरण करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का नया नया हथकंडा सीखा था या फिर मुनव्वर फारुकी सरीखे मुग़ल और हिन्दू -जिन्होंने स्टैंड अप और कॉमेडी के नाम पर -देश , सेना , धर्म के विरुद्ध हमेशा ही अपमानजनक और भद्दी टिप्पणियाँ /विचार /फूहड़ चुटकुले बना कर अपनी दूकान चला रखी थी , अभी कुछ समय पहले ही अपनी बेरोजगारी और काम नहीं दिए जाने या करने नहीं दिए जाने का रोना रो रहे थे।

अब दो सबसे जरूरी बातें जो इन्हें याद रहनी चाहिए -पहली ये कि , सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर ही आपसी विचार विमर्श आलोचना प्रशंसा , सच भ्रम आदि से देश का आम जनमानस यदि आंदोलित और नाराज़ होकर सिर्फ एक साल में ही चकमक चकमक करते बॉलीवुड का ये हाल कर सकता है तो यदि कल को सच में ही ये लोग धरातल पर जमीन कर सड़कों पर उतर कर इनके विरूद्ध मोर्चा खोल दें तो ?????? अंदाज़ा खुद ही लगाया जा सकता है। दूसरी ये कि -ये इनके लिए एक चेतावनी सरीखा है और लोगों ने बस एक बानगी भर दिखाई है – so Mind It

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