जम्मू कश्मीर में जब से मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 की समाप्ति की है तभी से कश्मीर में आतंकियों की हिंसा की कमर लगभग टूट चुकी है कश्मीर में आतंकियों की संख्या पहली बार 200 से नीचे पहुंच गई है और इसमें स्थानीय आतंकी केवल 83 हैं।

सेना के मुताबिक नियंत्रण रेखा पर स्थिति शांत होने के बावजूद सर्दी में बड़े पैमाने पर आतंकियों की घुसपैठ की आशंका है साथ ही कश्मीर की भीतरी इलाकों में किसी बड़ी वारदात को आतंकी अंजाम दे सकते हैं दिसंबर में ही अब तक 24 आतंकी मारे गए हैं कश्मीर में आतंकवाद का दौर शुरू होने के बाद यह पहली बार है कि कश्मीर में 200 से भी कम आतंकी सक्रिय हैं।
सेना के मुताबिक आतंकियों को अब नया कैडर नहीं मिल रहा है। प्रोएक्टिव होकर सेना लगातार आतंकियों को चोट पहुंचा रही है और उनके प्रमुख कैडर को नेस्तनाबूद कर रही है।  यह मोदी सरकार की सक्षम रणनीति का ही हिस्सा है कि आतंकियों और उनके हमदर्द के प्रति बिल्कुल भी नरमी नहीं बरती जाएगी और उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा।

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